हिसार. हरियाणा में बरवाला स्थित रामपाल के सतलोक आश्रम में हुई छह मौतों के मामले में रामलाल दोषी करार दे दिए गए है. फैसला आने के बाद जिले में धारा-144 लगाई गई है और सेंट्रल जेल-2 में ही कोर्ट लगा हुआ है. दरअसल, नवंबर 2014 को सतलोक आश्रम में पुलिस और रामपाल समर्थकों में टकराव हुआ था. इस दौरान पांच महिलाओं और एक बच्चे की मौत हो गई थी. इसके बाद आश्रम संचालक रामपाल पर हत्या के दो केस दर्ज किए गए. केस नंबर-429 (4 महिलाओं व एक बच्चे की मौत) में रामपाल सहित कुल 15 आरोपी हैं. वहीं, केस नंबर-430 (एक महिला की मौत) में रामपाल सहित 13 आरोपी हैं. इनमें 6 लोग दोनों मामलों में आरोपी हैं.
3 किलोमीटर का सुरक्षा घेरा बनाया गया
सरकारी पक्ष रामपाल और आश्रम संचालकों को इन हत्याओं के लिए जिम्मेदार बता रहा है. जबकि बचाव पक्ष का कहना है कि मौतें पुलिस कार्रवाई में हुई थीं. हिसां की आशंका को देखते हुए सेंट्रल जेल-2 के चारों ओर तीन किलोमीटर का सुरक्षा घेरा बनाया गया है. इस दायरे में बाहरी व्यक्ति के प्रवेश पर पूरी तरह पाबंदी होगी.
अफसरों के बंगलों पर भी हमले की आशंका
पुलिस ने जिले में 48 पॉइंट पर नाके लगाए हैं. एसटीएफ इंचार्ज डीआईजी बी सतीश बालन को कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी सौंपी है. पुलिस और प्रशासन के 48 अफसरों की ड्यूटी लगाई गई है. पैरामिलिट्री की पांच कंपनियां, पुलिस के 2000 जवान और 12 एसपी सुरक्षा के लिए तैनात हैं. इस मामले से जुड़े रहे अफसरों के बंगलों पर भी सुरक्षा बढ़ाई गई है.
जरूरत पड़ी तो इंटरनेट किया जाएगा बंद
जेल में जैमर लगाया गया है. अगर जरूरत पड़ी तो इंटरनेट सेवा भी बंद की जा सकती है. जेल के नजदीक स्थित सीआर जाट लॉ कॉलेज और बीएड कॉलेज में छुट्टी कर दी गई है. जयपुर और लुधियाना से आने वाली ट्रेनों पर पुलिस प्रशासन की खास नजर है.