रायपुर. छत्तीसगढ़ से रिक्त हुए राज्यसभा की एक सीट के लिये आज हुए निर्वाचन में भाजपा प्रत्याशी सरोज पांडेय ने जीत दर्ज की है. उन्होनें कांग्रेस प्रत्याशी लेखराम साहू को हराया.सरोज पांडेय के पक्ष में 51 वोट पड़े,जबकि लेखराम साहू के पक्ष में 36 वोट पड़े,जबकि जेसीसीजे समर्थक विधायकों अमित जोगी,आर.के.राय और सियाराम कौशिक ने मतदान का बहिष्कार किया.इस प्रकार फैसला कुल पड़े 87 मतों में से हुआ.बताया जा रहा है कि भाजपा के 49 विधायकों के अलावा निर्दलीय विधायक विमल चोपड़ा और बसपा विधायक केशव चंद्रा का वोट भी सरोज पांडेय के पक्ष में गया.

विधानसभा में दिन भर रही गहमा गहमी

विधानसभा में आज होने वाले चुनाव के लिये सुबह से ही सियासी गहमा गहमी दिखी.विधानसभा पहुंचने से पहले सीएम हाउस में भाजपा विधायक दल की बै्ठक हुई,जिसमें केन्द्रीय मंत्री जे.पी.नड्डा और भाजपा प्रत्याशी सरोज पांडेय मौजूद रहीं.बैठक में विधायकों को निर्वाचन के संबंध में जरूरी टिप्स दिये गये.मतदान शुरु होते ही भाजपा ने कांग्रेस विधायक अनिला भेड़िया का मतदान निरस्त करने की मांग की.भाजपा विधायक शिवरतन शर्मा ने कहा कि अनिला भेड़िया ने मतदान की गोपनीयता का ध्यान नहीं रखा,इसलिये उनका मत निरस्त कर दिया जाये.हॉलाकि इस आवेदन को रिटर्निंग अधिकारी ने अमान्य कर दिया.

जब जोगी समर्थक विधायकों ने कांग्रेस के सामने रखी शर्त

मतदान के दौरान जोगी समर्थक विधायकों अमित जोगी,आर.के.राय और सियाराम कौशिक ने कांग्रेस के समक्ष एक मांग रखी कि कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पी.एल.पुनिया ने अजीत जोगी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की है,इसलिये यदि पुनिया सार्वजनिक तौर पर माफी मांगेगे, तभी वे मतदान में हिस्सा लेंगे.इन विधायकों ने कहा कि दलित प्रत्याशी ने उतारकर भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों ने दलितों का अपमान किया है,लेकिन फिर भी जोगी समर्थक विधायक भाजपा विरोधी अपनी राजनीति के तहत कांग्रेस प्रत्याशी लेखराम साहू को वोट करेंगे. लेकिन वोट तभी करेंगे,जब पुनिया सार्वजनिक तौर पर माफी मांगे,नहीं तो वे मतदान का बहिष्कार करेंगे. ये तय था कि जोगी समर्थक विधायकों की मांग कांग्रेस नहीं मानेगी,क्योंकि उनके तीन वोटों से भी नतीजे में कोई फर्क नहीं पड़ने वाला था.हुआ भी यही और आखिरकार जोगी समर्थक तीनों विधायकों ने मतदान का बहिष्कार कर दिया.

जब कांग्रेस ने निर्वाचन के दौरान खेला आखिरी दांव

राज्यसभा को लेकर छत्तीसगढ़ विधानसभा में निर्वाचन के दौरान कांग्रेस ने चुनाव आयोग को लिखित शिकायत देकर बीजेपी के चार मत निरस्त करने की मांग की. कांग्रेस के राज्यसभा उम्मीदवार लेखराम साहू की ओर से चुनाव आयोग को दी गई लिखित शिकायत में कहा गया है कि बीजेपी के विधायक बद्रीधर दीवान, प्रेमप्रकाश पांडेय, रमशीला साहू और अशोक साहू ने निर्वाचन नियमों का उल्लंघन किया है.कांग्रेस के रिटर्निंग ऑफिसर रमेश वर्ल्यानी और राजेश तिवारी ने लल्लूराम डॉट कॉम से कहा कि मतदान के दौरान बीजेपी विधायक बद्रीधर दीवान, मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय, रमशीला साहू और अशोक साहू ने अपने मतपत्र पार्टी के वोटिंग एजेंट को नहीं दिखाया.चुनाव आयोग से की गई शिकायत में कांग्रेस ने कहा है कि वोटिंग एजेंट को आवाज देकर मतपत्र देखने की नौबत आ गई. निर्वाचन नियमों के तहत कोई भी मतदाता यदि अपना मतपत्र पार्टी के अधिकृत वोटिंग एजेंट को नहीं दिखाता तो वह मत अवैध माना जायेगा.लेकिन कांग्रेस की इस शिकायत को भी खारिज कर दिया गया.