रायपुर. सावन महीने में आने वाली शिवरात्रि का खास महत्व है. ऐसी मान्यता है कि इस दिन यदि पूरे विधि विधान से भगवान शिव की पूजा की जाए और व्रत रखा जाए तो मोक्ष की प्राप्ति होती है और जीवन में सुख-समृद्धि की कोई कमी नहीं होती है.
बहुत कुछ देता है ये व्रत
दूध दही घी पंचामृत के साथ रूद्राभिषेक
इस दिन की भगवान शिव की खास पूजा का विधान है. इस दिन भगवान शिव की गंगाजल दूध दही घी पंचामृत के साथ रूद्राभिषेक करते हैं.
वे 5 चीजें जो आपको भूलकर भी पूजा के दौरान नहीं करनी चाहिए
- ज्योतिषशास्त्र के अनुसार शिवलिंग पर जल चढ़ाते हुए कभी भी काले कपड़े नहीं पहनने चाहिए.
- शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय ध्यान रखना चाहिए कि जिस जगह से चढ़ा जल बाहर आ रहा होता है उस जल को लांघना नहीं चाहिए.
- शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय गलती से भी तुलसी के पत्ते नहीं चढ़ाने चाहिए। शास्त्रों में इसे वर्जित माना गया है.
- शिवलिंग की पूजा करते समय भूलकर भी सिंदूर, तिल और हल्दी नहीं चढ़ना चाहिए.
- इस दिन किसी भी व्यक्ति को गलत बात नहीं बोलना चाहिए और ना ही गलत सोचना चाहिए.