धमतरी- सविता खंडेलवाल आत्महत्या मामले में पुलिस की तफ्तीश शुरू हो चुकी है. प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आ रही है कि बैंक द्वारा मकान सील किए जाने और पारिवारिक परेशानियों के चलते वह मानसिक रूप से बेहद व्यथित हो गई थी.

गौरतलब है कि सविता खंडेलवाल ने आज धमतरी के अमलतास पुरम स्थित शिव मंदिर में जाकर जहर खा लिया. मार्निंग वाक पर निकली एक महिला ने उन्हें देखा और इसकी जानकारी वहां तैनात गार्ड को दिया. इसके बाद ही गार्ड ने सविता खंडेलवाल के बच्चों को इसकी सूचना दी. सूचना पाकर बड़ा बेटा रजत खंडेलवाल मौके पर पहुंचा. तब तक पुलिस भी मौके पर पहुंच चुकी थी. आनन-फानन में सविता खंडेलवाल को लेकर नजदीक के हाॅस्पीटल ले जाया गया, जहां डाॅक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने इस पूरे मामले में घटनास्थल की वीडियोग्राॅफी कराई है.

मामले की विवेचना कर रहे पुलिस अधिकारियों के मुताबिक 18 जून 2018 को सविता खंडेलवाल के अमलतास पुरम स्थित घर को ओरिएंटल बैंक ने सील कर दिया था. इस दौरान वह दिन में काॅलोनी के गार्डन में रहती थी, रात होने के बाद काॅलोनी के भीतर रखी कुर्सियों में बैठी रहती थी. रात में मंदिर में ही सो जाया करती थी. सविता खंडेलवार के पति पिछले कई वर्षों से अलग रह रहे हैं. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मृतका के साथ बड़ा बेटा नहीं रहता, लेकिन मकान के सील किए जाने के पहले तक छोटा बेटा साथ रहा करता था. लेकिन पिछले कुछ दिनों से वह भी अपने पिता के घर रहने चला गया.

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि प्रारंभिक जांच में सामने आ रहे तथ्य बताते हैं कि संपत्ति कुर्क किए जाने से सविता मानसिक रूप से व्यथित होकर यह आत्मघाती कदम उठाया होगा. घटनास्थल पर किसी तरह का सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है. पास रखे पर्स में सात हजार रूपए के साथ जहर की दो शीशियां मिली है. इस मामले में जांच अभी जारी है.