रायपुर. सरिया उत्पाद कंपनियों से माल खरीदकर बारह करोड़ का गबन और धोखाधड़ी करने वाले दो आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. उरला पुलिस ने मुख्य आरोपी भावेश पटेल को उंझा गुजरात एवं दूसरे आरोपी को रायपुर से गिरफ्तार किया है.

ईश्वर टीएमटी उरला रायपुर ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि मई 2022 में लगभग 1.33 करोड़ का टीएमटी सरिया स्वास्तिक स्टील्स नामक फर्म के कर्ताधर्ता भावेश पटेल को बिक्री किया गया था. उक्त माल को किसी अन्य फर्म को भावेश पटेल द्वारा बिक्री कर रकम प्राप्त कर ईश्वर टीएमटी को पैसे वापस नहीं किया गया था. पैसे की मांग करने पर भावेश पटेल फरार हो गया. पुलिस ने मामला दर्ज कर भावेश पटेल की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम को गुजरात भेजा था.

गुजरात पहुंचकर पुलिस पार्टी ने भावेश पटेल की तलाश शुरू की, लेकिन भावेश पटेल पुलिस पार्टी को चकमा देता रहा. काफी प्रयास के बाद भावेश पटेल पुलिस के कब्जे में आया. भावेश पटेल को पुलिस अभिरक्षा में रायपुर लाकर रिमांड पर भेजा गया.

पूछताछ में भावेश ने बताया कि काफी समय से उसके द्वारा रायपुर, रायगढ़, बिलासपुर के टीएमटी सरिया उत्पाद बड़ी कंपनियों से सरिया खरीदकर उसे छग के अलावा अन्य राज्यों को माल सप्लाई किया जाता था. 2019 में उसके द्वारा संचालित जय दुर्गा स्टील्स फर्म फाफाडीह रायपुर में आयकर विभाग का छापा पड़ा था. उसके बाद उसका कारोबार ठप पड़ गया था. तब उसने अपने साथी नितेश गोयल निवासी कबीर नगर रायपुर को ट्रेडिंग के काम में शामिल किया. उसने व्यापारियों को बताया कि स्वास्तिक स्टील्स उसकी कंपनी है, जबकि उक्त कंपनी नितेश गोयल की थी.

स्वास्तिक स्टील्स नामक फर्म के नाम से टीएमटी विक्रेता कंपनियों से माल खरीद कर छत्तीसगढ़ सहित अन्य राज्यों के खरीददारों को माल बिक्री करने का बड़ा कारोबार फिर से चालू कर लिया गया. पुराने व्यापारी भावेश पटेल पर भरोसा कर उसे माल देते रहे. इस दौरान व्यापारियों को धोखा देने का सिलसिला शुरू हुआ. टीएमटी सरिया अधिक दामों में खरीद कर कम दामों में बेचकर भी स्वास्तिक स्टील्स मार्केट में अपना रूतबा कायम रखने का दिखावा करती रही पर जब विक्रेता कंपनियों की देनदारी बढ़ने लगी तब अचानक जून 2022 के आसपास भावेश पटेल अपना मोबाइल बंद कर फरार हो गया. तब तक ईश्वर टीएमटी सहित लगभग सोलह कंपनियों का करीबन बारह करोड़ की देनदारी स्वास्तिक स्टील्स पर थी. भावेश पटेल के गिरफ्तार होेने पर सारे मामले का खुलासा हुआ.

भावेश पटेल ने बताया कि स्वास्तिक स्टील्स फर्म के असली प्रोपाराईटर नितेश गोयल के साथ 70/30 प्रतिशत के लाभांश में काम करने का करार कर शुरूआत में व्यापारियों का भरोसा अर्जित कर बाद में धोखाधड़ी व बड़े पैमाने में रकम के गबन करने का खेल खेला था. पकड़े जाने के बाद दोनों आरोपी एक-दूसरे के ऊपर आरोप मड़ते रहे. उन्होनें अपने बचाव में कई दस्तावेज भी तैयार किए थे. दोनों आरोपी भावेश पटेल एवं नितेश गोयल को गिरफ्तार कर रिमा।ड पर भेजा गया है.