रायपुर। प्रदेश में कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए शालेय शिक्षक संघ ने बोर्ड परीक्षाओं को तत्काल रद्द करने मांग की है. कांग्रेस विधायक अरुण वोरा ने भी मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में दसवीं बोर्ड की परीक्षा रद्द करने की मांग की है.

शालेय शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र दुबे के नेतृत्व में का एक प्रतिनिधिमंडल प्रदेश के मुख्यमंत्री , प्रमुख सचिव को इस संबंध में ज्ञापन सौंपा है. संघ ने बताया कि वर्तमान में प्रदेश में करोना का संक्रमण बढ़ते जा रहा है. प्रत्येक दिन संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहा है, जिससे बच्चों एवं शिक्षकों में भी संक्रमण का खतरा बढ़ गया है.

वीरेंद्र दुबे ने बताया कि शासन ने बोर्ड परीक्षाओं को ऑफलाइन लेने का निर्णय लिया है, इस पर पुनर्विचार करते हुये परीक्षाओं को रद्द किया जाना चाहिए. परीक्षाओं में बच्चो में संक्रमण फैलाने की संभावना ज्यादा होगी. उन्होंने आगे बताया कि वर्तमान में विद्यालय बन्द है पर शिक्षक अपनी उपस्थिति विद्यालयों में दे रहे है, जहाँ अध्यापन के अलावा कोई कार्य शिक्षकों के समक्ष नही बचता इस दौरान कई शिक्षक कोरोना से संक्रमित हो रहे हैं, और कुछ शिक्षकों का देहांत भी कोरोना संक्रमण के चलते हो गया है जो उनके परिवार एवं शासन के लिए दुःखद है.

कोरोना संक्रमित हैं शिक्षा विभाग के कर्मी – वोरा

दुर्ग विधायक अरुण वोरा ने भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को लिखे पत्र में दसवीं बोर्ड की परीक्षा स्थगित करने की मांग की है. उन्होंने छत्तीसगढ़ शिक्षक कांग्रेस के अनिल शुक्ला के पत्र का हवाला देते हुए कहा कि कोरोना की भयावह स्थिति  और शिक्षा विभाग के अधिकांश कर्मियों के कोरोना संक्रमित होने की बात को ध्यान में रखते हुए 15 अप्रैल से प्रारंभ होने वाली 10वीं बोर्ड की परीक्षा स्थगित कर दी जाए.