कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। ऑनलाइन ऑर्डर पर वेज की जगह नॉनवेज की डिलीवरी करना शहर के प्रतिष्ठित सिंधिया राजवंश के जीवाजी क्लब (Jiwaji Club) को महंगा पड़ गया। गंभीर लापरवाही पर उपभोक्ता फोरम ने सुनवाई करते हुए क्लब के किचन पर 20 हजार रुपए का जुर्माना लगाया है।
ग्वालियर में एक परिवार ने जोमोटो (zomoto) के जरिए शहर के जानेमाने रिहायशी जीवाजी क्लब से वेज खाना आर्डर किया। घर डिलेवर हुए खाने को परिवार ने जब खोल कर देखा तो हैरान रह गए क्योंकि उसमें लबाबदर मटर पनीर नही बल्कि चिकन करी थी। परिवार के पूरी तरह से शाकाहारी होने के चलते घर मे कई दिनों तक खाना नहीं खाया। इस गंभीर लापरवाही पर जब उपभोक्ता फोरम में इसकी याचिका दायर की गई तो फोरम ने क्लब के किचन पर 20 हजार रुपए का जुर्माना लगाया है।
आपको बता दें कि यह पूरा मामला सिंधिया राजवंश के द्वारा स्थापित किये गए जीवाजी क्लब का है। चन पर उपभोक्ता फोरम ने 20 हजार रुपए का जुर्माना लगाया है। यह जुर्माना इसलिए लगाया गया क्योंकि शहर के रहने वाले और जीवाजी क्लब के स्थायी सदस्य अधिवक्ता सिद्धार्थ श्रीवास्तव ने 26 जून को मटर पनीर का आर्डर दिया था। जोमैटो द्वारा जो सर्विस की गई उसमें वेज खाने की जगह नॉन वेज खाना डिलीवर किया गया। इसकी शिकायत अधिवक्ता श्रीवास्तव ने जीवाजी क्लब में की। जीवाजी क्लब के सदस्य होने के वावजूद जीवाजी क्लब के पदाधिकारियों ने इस मामले में कोई संज्ञान नहीं लिया। ऐसे में सिद्धार्थ श्रीवास्तव ने उपभोक्ता फोरम में केस दाखिल किया। गुरुवार को हुई सुनवाई के बाद उपभोक्ता फोरम ने जीवाजी क्लब के किचन को लापरवाही मानते हुए उसपर 20 हजार रुपए का जुर्माना लगाने का आदेश दिया है।
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