रायपुर. छत्तीसगढ़ के 17 लोकसेवकों के यहां एसीबी ने छापेमारी की है. लेकिन सभी केस की जांच एसीबी कर रही है. कांग्रेस विधायक सियाराम कौशिक के विधानसभा में पूछे गए सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने बताया एसीबी इन प्रकरणों की जांच करने में सक्षम है इसलिए किसी की मामले को ईडी को नहीं भेजा गया.

सरकार की ओर से बताया गया है कि दोनों जिलों के 17 लोकसेवकों के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो भ्रष्टाचार अधिनियम 1988 के तहत कार्रवाई की जा रही है. सरकार की ओर से इन अधिकारियों की जब्त संपत्ति की जानकारी भी साझा की गई.जिसमें करीब 42 करोड़ की संपत्ति जब्त की गई है.

मुख्यमंत्री ने बताया कि राजेश कुमार चंदेला आईएफएस के पास 4 करोड़ से अधिक अनुपातहीन संपत्ति बरामद हुई है. पटवारी विनोद कुमार तंबोली के पास चार करोड़ से अधिक की संपत्ति मिली है. कौशल यदु, जिला प्रबंधक के पास पौने दो करोड़ की संपत्ति, किशन टंडन, महिला बाल विकास अधिकारी जगदलपुर के पास करीब 5 करोड़ की संपत्ति मिली है. टीआर कुंजाम कार्यपालन अभियंता के पास 1 करोड़ 14 लाख की संपत्ति मिली है. एसएल बघेल, चिकित्साधिकारी, मुंगेली के पास 3 करोड़ 19 लाख की संपत्ति मिली है. अरुण शर्मा सीएमओ रायगढ़ के पास पौने पांच करोड़ की संपत्ति मिली है. शंभु नारायण पाठक, कार्यपालन अभियंता के पास 2 करोड़ 65 लाख की संपत्ति मिली है. सुरेश बरुआ कार्यपालन अभियंता के पास करीब डेढ़ करोड़ की संपत्ति मिली है. अरविंद कुमार राही के पास 12 लाख चौरासी हज़ार की संपत्ति मिली है. गुलाम मोहम्मद ख़ान के पास 16 लाख की संपत्ति मिली है. आनंद पांडेय बिलासपुर के पास 3 करोड़ 35 लाख की संपत्ति मिली है. नंदकुमार द्विवेदी के पास शिक्षाधिकारी रायगढ़ के पास करीब डेढ़ करोड़, सुरेश चंद माहेश्वरी कार्यपालन अभियंता अंबिकापुर के पास 2 करोड़ 18 लाख रुपये मिले है. कुंदन कुमार बंजारे जिला खनिज अधिकारी बिलासपुर के पास 10 लाख 71 हज़ार संपत्ति मिली है. प्रदीप गुप्ता ईई बिलासपुर के पास 3 करोड़ 2 लाख की संपत्ति मिली है. एके तंबोली, सहायक खाद्य अधिकारी, 1 करोड़ 28 लाख, कुल 17 अधिकारियों के पास से 41 करोड़ 27 लाख की चल अचल संपत्ति और करीब 93 लाख की नगदी मिली है.