दिल्ली। रेलवे अगले 10 सालों में लगभग 2.6 लाख करोड़ रुपये की लागत से तीन अतिरिक्त फ्रेट कॉरिडोर बनाएगा। जिससे यात्रियों को काफी राहत मिलने वाली है।
दरअसल रेलवे की इस योजना के बाद मालगाड़ियां अपने अलग ट्रैकों पर चलेंगी। जिससे ज्यादा यात्री ट्रेनों को दूसरे ट्रैक पर चलाया जाएगा और यात्रियों के लिए वेटिंग लिस्ट खत्म हो जाएगी। यात्री दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-हावड़ा के दो सबसे व्यस्त मार्गों पर अगले पांच सालों के अंदर वेटिंगलिस्ट मुक्त यात्रा की उम्मीद कर सकते हैं। यहां डेडिकेटिड फ्रेट कॉरिडोर के निर्माण का कार्य चल रहा है और जिसके 2021 तक पूरा होने की उम्मीद है।

इनके बनने से मौजूदा मार्ग पूरी तरह से माल ढुलाई से मुक्त हो जाएंगे, जिसके परिणामस्वरूप यात्री ट्रेनों को मांग के आधार पर चलाया जा सकेगा और ट्रेनें 160 किमी प्रति घंटे की गति से दौड़ सकेंगी।