भोपाल. मौसम ने अचानक करवट बदली और प्रदेश के कई जिलों में ओलाविृष्ट के साथ बारिश हुई. बारिश से जहां गर्मी से परेशान लोगों को राहत मिली वहीं किसानों की चिंता बढ़ा दी है. ओले से किसानों की खड़ी फसल सहित खेतों में पड़ी फसल को नुकसान पहुंचा है. मौसम विभाग के मुताबिक 21 मार्च तक मौसम का मिजाज ऐसा ही रहेगा.

मौसम वैज्ञानिक एचएल खपेडिय़ा ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण पूरे प्रदेश में बारिश हुई है. उन्होंने बताया कि प्रदेश में आज 5 मिलीमीटर बारिश हुई है. इस दौरान हवा की रफ्तार 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे थी। विभाग ने अगले 48 घंटे तक तेज हवाओं के साथ बारिश की संभावना जताई है। उन्होंने बताया कि 21 मार्च तक मौसम का मिजाज इसी तरह रहेगा.

तापमान में आएगी गिरावट

पिछले 24 घंटे में प्रदेश के भोपाल, होशंगाबाद, ग्वालियर, जबलपुर संभाग व सागर संभाग में मध्यम वर्षा हुई है. साथ ही कुछ जगह ओले के साथ बारिश भी हुई है. एक दो दिन बाद फिर से पश्चिमी मध्यप्रदेश में मौसम खराब हो सकता है. मौसम वैज्ञानिक ममता यादव ने बताया कि 20 मार्च को पश्चिम विक्षोभ भी आ रहा है, जिसका असर तापमान पर रहेगा. तापमान में गिरावट आएगी. 21 मार्च को ही एक नए पश्चिमी विक्षोभ के भी उत्तर भारत में प्रवेश करने की संभावना है। इसका प्रभाव 23 मार्च से दिखने लगेगा.

धार जिले में हुई ओलावृष्टि

धार जिले में भी जोरदार बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई. जिले के औद्योगिक क्षेत्र पीथमपुर के सागौर, कुटी, इंडोरामा तथा आसपास के गांवों सहित पूरे औद्योगिक क्षेत्र में भारी ओले गिरे और बारिश भी हुई. बारिश ने मौसम को पूरी तरह बदल दिया. लोग समझ पाते उससे पहले सड़कों और खेतों में ओले ही ओले गिरने लगे. देखते ही देखते ओलों की सफेद चादर धरती पर बिछ गई. बेमौसम हुई इस ओलावृष्टि से खेतों में खड़ी फसलों को भारी नुकसान हुआ है. खेतों में गेंहू की फसल तैयार हो चुकी है और कई जगह गेहूं कटकर खेत में ही पड़ा है. ओलावृष्टि ने फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया है.

इंदौर में भी अचानक से बदला मौसम और तेज हवाओं के साथ बारिश हुई. मौसम विभाग ने पहले ही बारिश और ओलावृष्टि का पूर्वानुमान बताया था. आने वाले दो-तीन दिन में भी बारिश हो सकती है.