रायपुर. राजधानी के टिकरापारा स्थित स्वीपर कॉलोनी को नगर निगम की टीम ने नष्ट करने का फैसला लिया. ये बिल्डिंग लगभग 60 से 70 वर्ष पुरानी है. आपको बता दें कि शुक्रवार को खमतराई स्थित दो मंजिला इमारत भरभराकर गिर पड़ी. घटना के बाद से नगर निगम गंभीर हुआ और राजधानी के जितने भी जर्जर मकान है, उसे तोड़कर बेघरों को पीएम आवास योजना के तहत आवास प्रदान करने का फैसला लिया.

इस मामले में जोन-4 के कमिश्नर चंदन शर्मा ने बताया कि नगर निगम के द्वारा स्वीपर कॉलोनी को तोड़ा जा रहा है. स्वीपर कॉलोनी में निगम के कर्मचारियों का बसेरा है यह मकान काफी जर्जर हो चुका है, जिसे देखते हुए नगर निगम के द्वारा लंबे समय मकान खाली करने को लेकर नोटिस दिया जा रहा था, लेकिन मकान खाली नहीं हुआ. कल ही एक मकान बिरगांव में गिर गया, जो ऐसे ही जर्जर था. उन चीजों को देखते हुए लोगों को शिफ्ट करने का काम किया जा रहा है. जितने भी लोग हैं सभी को पीएम आवास योजना के तहत आवास दिया जा रहा है.

किसी को भी बेघर नहीं किया जाएगा. यहां कुल मिलाकर 434 परिवार है, जिन्हें शिफ्ट किया जाएगा. सबसे ज्यादा जर्जर मकान block-1 में हैं, जिसे हम शिफ्ट कर रहे हैं, जो लोग खुद से होकर यहां से चले जाएंगे. उन्हें पहले प्राथमिकता दी जाएगी. सभी को मठपुरैना में मकान दिया जाएगा. उसके बाद बाकी बचे हुए लोगों को अन्य जगह पर दी जाएगी.