पिथौरा. सर्व आदवासी समाज एवं आदिवासी कौड़िया द्वारा शहीद वीर नारायण सिंह बलिदान दिवस समारोह का आयोजन किया गया. जिसमें शिरकत करने मुख्यमंत्री डाॅ रमन सिंह पिथौरा पहुॅचे. छत्तीसगढ़ के प्रथम शहीद स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वीर नारायण सिंह के शहादत,शौर्य एवं पराक्रम को याद करते हुये, मुख्यमंत्री डाॅ रमन सिंह ने एक रूपए किलो चावल योजना का प्रेरणा स्रोत बताया.
आदिवासी समाज द्वारा मंच से की गई मांगो पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने रानी विष्णु प्रिया के नाम से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पिथौरा का नामकरण, आईटीआई धमधा का नाम स्व. बुढ़ान साय के नाम करने, वीर नारायण सिंह भवन पिथौरा के लिए 10 लाख रूपए एवं सौरा समाज के मात्रात्मक त्रुटि के लिए शीघ्र केबिनट में निर्णय कर निराकरण करने की घोषण की.
इस दौरान मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने 2003 से 2017 तक के किये कार्यो का बखान करते हुए कहा कि साल 2018 में 1500 स्थानों पर टावर लगाये जायेगे और 55 लाख परिवारों को मोबाइल वितरण किया जायेगा.
सामाजिक भवन के लिए 10 लाख रूपए के साथ रानी विष्णु प्रिया के नाम से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पिथौरा एवं स्वर्गीय बुढ़ान साय के नाम पर आईटीआई धमधा के नामकरण की घोषणा की.
मुख्यमंत्री ने शहीद वीरनारायण सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि 10 दिसंबर शहीद वीरनारायण के अद्वतीय शौर्य एवं शहादत का दिन है. शहीद वीरनारायण सिंह ने अंग्रेजों को ललकारा व ब्रिटिश सल्तनत को चुनौती दी. मुख्यमंत्री ने बताया कि भूख से पीडित जनता के लिए शहीद वीरनारायण ने अन्न के गोदामों को लूट कर जनता में बाॅटा. रायपुर का जय स्तंभ शहादत का गवाह है. मुख्यमंत्री ने बताया कि शहीद वीरनारायण को जब याद करते है तो उसी अनुसार योजना बनाते है. मैने शहीद वीर नारायण से प्रेरणा लेकर 1 रूपये किलो चावल की योजना बनाई है.
कार्यक्रम में महासमुंद के सांसद चंदूलाल साहू, संसदीय सचिव रूपकुमारी चैधरी समेत कई भाजपा नेता भी उपस्थित रहें.