Share Market Crash Story : 4 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजों के दिन सेंसेक्स 4389 अंकों (5.74%) की गिरावट के साथ 72,079 पर बंद हुआ. वहीं, निफ्टी में भी 1,379 अंकों (5.93%) की गिरावट आई, यह 21,884 पर बंद हुआ.

सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 25 में गिरावट और 5 शेयरों में तेजी रही. एनटीपीसी और एसबीआई के शेयरों में करीब 15% की गिरावट रही. एलटी, पावर ग्रिड के शेयरों में 12% से अधिक की गिरावट रही. वहीं, हिंदुस्तान यूनिलीवर के शेयरों में करीब 5.74% की तेजी रही.

पीएसयू बैंक इंडेक्स में 15% और ऑयल एंड गैस में 11% की गिरावट रही

एनएसई के सभी सेक्टोरल इंडेक्स में गिरावट रही. निफ्टी पीएसयू बैंक इंडेक्स में 15.14% की गिरावट रही. ऑयल एंड गैस इंडेक्स में 11.80% की गिरावट रही. निफ्टी मेटल में 10.63% और रियल्टी में 9.62% की गिरावट रही. ऑटो सेक्टर में भी 3.33% की गिरावट आई.

बाजार में गिरावट से निवेशकों को 31 लाख करोड़ रुपये का नुकसान

शेयर बाजार में तेज बिकवाली से निवेशकों को भारी नुकसान हुआ. मंगलवार 4 जून को उनकी संपत्ति करीब 31 लाख करोड़ रुपये घट गई. बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप गिरकर 395 लाख करोड़ रुपये रह गया. एक दिन पहले यह करीब 426 लाख करोड़ रुपये था.

मैक्रो और फंडामेंटल पर लौटेगा बाजार का फोकस (Share Market Crash Story)

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के ब्रोकिंग और डिस्ट्रीब्यूशन के एमडी अजय मेनन ने कहा- एनडीए सरकार पिछली बार से कम सीटों के साथ सत्ता में लौट सकती है.

हमें उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में नतीजों को लेकर अस्थिरता कम होगी और बाजार का फोकस मैक्रो और फंडामेंटल पर लौटेगा, जो मजबूत बने हुए हैं. नई सरकार बनने के बाद अगले कुछ हफ्तों में वित्त वर्ष 2025 के लिए पूर्ण बजट पेश करेगी, जिसमें पूंजीगत व्यय, मैन्युफैक्चरिंग, ग्रामीण, खपत जैसे विषय फिर से फोकस में रहेंगे.

कोरोना के कारण 2020 में बाजार में 5.94% की गिरावट आई थी

मई 2020 के बाद से बाजार में यह सबसे बड़ी गिरावट है. तब कोरोना के कारण बाजार में 5.94% की गिरावट आई थी. 30 अप्रैल को सेंसेक्स 33,717 के स्तर पर था, जो 4 मई को 2002 अंक गिरकर 31,715 पर आ गया था. 1, 2 और 3 मई 2020 को शेयर बाजार बंद रहा था.