शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार झोलाछाप डॉक्टरों के भरोसे कोरोना की तीसरी लहर से मुकाबला करने की तैयारी कर रही है। इसके लिए सरकार सभी जिलों में झोलाछाप डॉक्टरों को प्रशिक्षण देगी।

कोरोना की दूसरी लहर ने राज्य सरकार की स्वास्थ्य सेवाओं की पोल खोल कर रख दी थी। प्रदेश में ऑक्सीजन बेड, दवाईयों, इंजेक्शन और बेड की कमी के मामले सामने आए थे। दूसरी लहर के दौरान बड़ी संख्या में झोला छाप डॉक्टरों से इलाज कराने के मामले सामने आए थे। खास तौर पर ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोग आरएमपी डॉक्टरों से ही इलाज के लिए निर्भर थे।

कोरोना की दूसरी लहर के बाद तीसरी लहर आने की संभावना जताई जा रही है। इससे निपटने के लिए सरकार अब प्रदेश के आरएमपी डॉक्टरों की मदद लेगी। जिसके लिए इन्हें जिला स्तर पर प्रशिक्षित किया जाएगा। इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग ने सभी सीएमएचओ को पत्र लिखा है।

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झोलाछाप डॉक्टरों को ट्रेनिंग देने पर स्वास्थ्य मंत्री प्रभु राम चौधरी ने कहा कि सरकार प्रयास करेगी ज्यादा से ज्यादा अच्छा इलाज दिया जाए। जो भी सहयोग करेगा उसका सहयोग लेने के लिए हम तैयार हैं। विपक्ष मदद करेगा तो उनकी भी मदद लेने के लिए हम तैयार हैं।

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