हेमंत शर्मा, इंदौर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के एक सख्त निर्देश के बाद इंदौर में भूमाफियाओं के खिलाफ हो रही कार्रवाई से अब ऐसे लोगों में भी उम्मीद की किरण जगी है, जो शहर में प्लॉट खरीदने के बाद पिछले कई सालों से कब्जा मिलने की आस में भटक रहे थे। यही वजह है कि मंगलवार की जनसुनवाई में बड़ी संख्या में शिकायतकर्ता कलेक्ट्रेट पहुंचे।

जनसुनवाई में आज जो शिकायतें आई है उनमें चार अलग-अलग गृह निर्माण सोसायटियों द्वारा प्लॉट धारकों से धोखाधड़ी किये जाने की बात सामने आई है। प्लॉट के खरीददार पिछेल 30 सालों से परेशान हैं और कलेक्टर से लेकर कमिश्नर तक चक्कर काट चुके हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद भूमाफियाओं के खिलाफ शुरु किये गए अभियान से उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही उन्हें उनके प्लॉट मिल जाएंगे।

जनसुनवाई में भू-माफिया दीपक जैन की जयहिंद गृह निर्माण संस्था के ख़िलाफ आवेदन देने पहुंचे शिकायतकर्ताओ ने बताया कि उन्होंने 30 साल पहले संस्था से प्लाट खरीदे थे लेकिन संस्था ने उन्हें अभी तक प्लाट नहीं दिये। ऐसा ही आरोप ब्रजवासी गृह निर्माण संस्था में प्लॉट खरीदने वालों ने भी लगाया है, जनसुनवाई में पहुंचे शिकतकर्ताओ ने आरोप लगाया की नितिन अग्रवाल ने 16 एकड़ का टाउन एंड कंट्री प्लानिंग से डायवर्शन कराया था। जिसके बाद नगर निगम ने 2009 तक नक़्शे पास किये पर अब कॉलोनाइजर और निगम के बीच डिस्प्यूट होने के कारण नगर निगम ने कॉलोनी को ब्लैक लिस्टेड कर दिया है। जिसके बाद अब न तो उन्हें प्लाट मिल पा रहे है और न ही पैसे वापिस मिल रहे हैं।

वही इस पूरे मामले में अपर कलेक्टर राजेश राठौर ने बताया कि शिकायतों के निराकरण के लिए संबंधित अधिकारी के पास आवेदन को भेज दिया गया है उनका जल्द निराकरण किया जाएगा।