रायपुर। नान घोटाला मामले में मुख्य अभियुक्त शिवशंकर भट्ट द्वारा कोर्ट में दिए गए शपथपत्र में खुलासे के बाद पूर्व सीएम डॉ. रमन ने कहा कि नान प्रकरण में मुख्य आरोपी को बचाने का प्रयास किया जा रहा है. यह बयान राजनीति से प्रेरित है. उन्होंने सीएम हाउस में पैसा छोड़ने के आरोप को सिरे से खारिज कर दिया है. सीएम हाउस में कौन आता जाता है उन सबका हिसाब रहता है.
21 लाख फर्जी राशन कार्ड के सवाल पर रमन सिंह ने कहा कि ये सारे प्रक्रिया फूड डिपार्टमेंट के देखरेख में होता है. पंचायत स्तर पर नाम जोड़ा गया है. कोई रमन सिंह उसे जोड़ने नहीं गया है. 2013 विधानसभा और 2014 लोकसभा चुनाव में नान के पैसे पर चुनाव लड़ने के आरोप पर कहा कि ये सीधा-सीधा आरोप है. सत्तारूण पार्टी के दबाव में यह बोलवाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि आगे हम इन विषयों को लेकर राय लेंगे और जो भी कार्रवाई होगी वो करेंगे.
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रमन सिंह ने कहा कि नागरिक आपूर्ति निगम का प्रकरण न्यायालय में है. इस मामले में जितने भी गवाह है, सभी गवाहों ने पहले इस मामले में अपना बयान दर्ज करा चुके है. उस समय उनके बयान क्या थे? यह न्यायालय के समक्ष है. उन्होंने कहा कि राज्य में कांग्रेस सरकार आने के बाद जिस तरह इस प्रकरण से जुड़े गवाह अपने बयान बदल रहे हैं. यह सभी गवाह अपने बयान क्यों बदल रहे हैं? यह राज्य की जनता को सब कुछ समझ आ रहा है, मुझे भी यह समझ आ रहा है और न्यायालय को भी समझ आ रहा है. गवाहों के पूर्व और आज के बयान को देखना न्यायालय का काम है.
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उन्होंने ने कहा कि इस मामले में शिवशंकर भट्ट का 164 के तहत बयान दर्ज नहीं लिया गया. इसलिए उनसे शपथपत्र लेकर इसे राजनीतिक रंग दिया जा रहा है, क्योंकि न्यायालय में इस मामले का अंतिम प्रतिवेदन प्रस्तुत हो चुका है और विचरण जारी है. आगे जो भी कार्यवाही होगी, विचरण न्यायालय में होगी. मुझे न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है.