Shukra Asta 2024 : मई व जून में कोई भी मांगलिक कार्य शुरू नहीं होंगे. हिंदू पंचांग के मुताबिक, शुक्र देव 28 अप्रैल को सुबह 7.27 बजे मेष राशि में अस्त होंगे. पंडित अशोक शर्मा के मुताबिक शुक्र देव के प्रभाव से ही जीवन में खुशियां और आनंद प्राप्त होता है. इसी दौरान वैशाख कृष्ण चतुर्दशी 7 मई से ज्येष्ठ कृष्ण अष्टमी 31 मई को गुरु का तारा अस्त रहेगा. इससे विवाह सहित अन्य मांगलिक कार्यों पर करीब ढाई माह रोक रहेगी.
10 को है अबूझ मुहूर्त (Shukra Asta 2024)
धर्म शास्त्रों की ज्योतिष गणना के अनुसार गुरु शुक्र अस्त में विवाह आदि मांगलिक कार्य पूर्णतया वर्जित माने गये हैं. इसलिए गुरु शुक्र अस्त के कारण किसी भी पंचांगों में मई -जून के विवाह मुहूर्त नहीं दिए गए हैं. लेकिन अक्षय तृतीया को अबूझ मुहूर्त विवाह के लिए माना जाता है. जो 10 मई को है. ऐसे में अबूझ मुहूर्त चलते इस दिन विवाह अधिक संख्या में होंगे. 9 जुलाई से विवाह मुहूर्त शुरू होंगे. जो, 15 जुलाई तक जारी रहेंगे. कहा जाता है कि भगवान विष्णु चातुर्मास के लिए शयन मुद्रा में चले जाते हैं. इसलिए इन चार महीनों में विवाह आदि नहीं किए जाते. 12 नवंबर को देवोत्थानी एकादशी से विवाह मुहूर्त फिर से शुरू होंगे और लगातार 14 दिसंबर तक चलेंगे.
ग्रह अस्त और उनका प्रभाव
साधारण शब्दों में जब कोई ग्रह कुछ विशेष अंशों के साथ सूर्य के निकट आ जाता है, तो उस ग्रह की चमक सूर्य के प्रकाश और तेज के सामने धीमी पड़ जाती है. इस कारण से वह आकाश में द्दष्टिगोचर नहीं होता तो उस ग्रह का अस्त होना कहलाता है. शुक्र भोग-विलास का नैसर्गिक कारक होने के कारण दाम्पत्य सुख का प्रतिनिधि होता है वहीं गुरु कन्या के लिए पतिकारक होता है. इन दोनों ग्रहों का अस्त होना दाम्पत्य के लिए हानिकारक माना गया है. इसलिए गुरु-शुक्र अस्त में विवाह आदि मांगलिक कार्य नहीं करते.
ये है विवाह के शुभ मुहूर्त
- जुलाई- 9, 11, 12, 13, 14, 15
- नवंबर- 12,17 18,23, 25, 27, 28
- दिसंबर- 2, 3, 4, 6, 7, 10, 11, 14
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