दिल्ली. देश के बहादुर जवानों को इन दिनों दुश्मन पाकिस्तान से खतरा नहीं है बल्कि उसको सबसे बड़ा खतरा पहाड़ से है. ऐसे पहाड़ से जिसके बारे में सुनकर ही अच्छे अच्छे खौफ खा जाते हैं.

सियाचिन ग्लेशियर हमेशा से सैनिकों के काम करने के लिए बेहद खतरनाक इलाका रहा है. इसमें अब तक हजारों सैनिकों की जान जा चुकी है. एक बार फिर सियाचिन हमारे वीर जवानों के लिए खतरा बन गया है. 18,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित सेना का गश्ती दल हिमस्खलन की चपेट में आ गया. जिसके चलते सेना के दो जवान शहीद हो गए.
हिमस्खलन की सूचना मिलने पर सेना की बचाव टीम तुरंत मौके पर पहुंची और उसने फंसे हुए ज्यादातर जवानों को बचा लिया लेकिन उसके कई प्रयासों के बाद भी दो जवानों को नहीं बचाया जा सका. दरअसल कुछ दिन पहले ही सियाचिन ग्लेशियर में हुए एक हिमस्खलन में सेना के 4 जवान शहीद हो गए थे.