कुमार इंदर, जबलपुर। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में नेताओं के चावल तो पक चुके लेकिन इस चुनावी चक्कर में किसानों के चावल अधपके ही रह गए हैं। दरअसल हर साल नवंबर की पहले सप्ताह में किसानों की धान खरीदी शुरू हो जाती है लेकिन इस बार विधानसभा चुनाव के चलते अब तक किसानों की धान खरीदी शुरु नहीं हो पाई है।

जिले में 50 से ज्यादा सहकारी समितियां के माध्यम से किसानों की धान खरीदी होना था लेकिन अब तक ना तो समिति तय हो पाई है नहीं इनकी तारीख ऐसे में किसान अपने धान के उठाव को लेकर बेहद परेशान हैं। किसानों का कहना है कि अब तक धान खरीदी की डेट डिक्लेयर नहीं होने से उन्हें चिंता सता रही है की, खुले में पड़ा धान कहीं मौसम की वजह से ख़राब ना हो जाए। दूसरी तरफ कुछ किसान ऐसे भी है जिन्होंने कर्ज लेकर खेती की है, लिहाजा समय पर फसल नहीं बिकने से वह साहूकारों को अपना भुगतान नहीं कर पा रहे हैं। वहीं कुछ किसानों का कहना है कि जब तक धान की फसल उठ नहीं जाती तब तक वह अपनी दूसरी बुवाई भी नहीं कर पा रहे हैं। जानकारी किसान अशोक पटेल और रामेश्वर पटेल ने दी।

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