Side Effects Of Plastic : प्लास्टिक… प्लास्टिक… प्लास्टिक…. प्लास्टिक कैरी बैग. प्लास्टिक के कप, बकेट, बॉक्सेस, बॉटल, टेबल, चेयर, टॉयस्. हमारे घर में प्लास्टिक से बनी इतनी सारी रोजमर्रा की चीजें हैं, कि यहां गिनती ही कम पड़ जाए. प्लास्टिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है यह जानते हुए भी यह हमारी जिंदगी का हिस्सा है. लाख चाहने के बाद भी इसे बाहर नहीं निकाल पा रहे. हम सफर में निकलते हैं तो प्लास्टिक की बोतल में पानी भरकर ले जाते हैं. प्लास्टिक के बॉक्स में खाना ले जाते हैं.
हाल ही में हुई एक स्टडी में खुलासा हुआ है कि प्लास्टिक की पानी की बोतल का इस्तेमाल करने से डायबिटीज और हार्मोन डिसरप्शन का खतरा बढ़ता है. यह खबर आपके काम की है,जितना हो सके प्लास्टिक प्रोडक्ट का कम इस्तेमाल करें.
अमेरिकन स्टडी में दावा (Side Effects Of Plastic)
अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन की स्टडी में पता चला है कि प्लास्टिक में इस्तेमाल होने वाला बीपीए इंसुलिन सेंसिटिविटी को कम करता है. इससे टाइप 2 डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है. बीपीए, बिस्फेनॉल ‘ए’ का शॉर्ट फॉर्म है, जो फूड और ड्रिंक्स पैकेजिंग में यूज होता है. बीपीए को इंसुलिन सेंसिटिविटी में कमी से जोड़ता है. इंसुलिन रेजिस्टेंस, जो लंबे समय तक हाई ब्लड शुगर का कारण बन सकता है, टाइप 2 डायबिटीज के लिए एक प्रमुख जोखिम कारक है.
बीपीए को समझें
बिस्फेनॉल-ए (बीपीए) एक इंडस्ट्रीयल केमिकल है. इसका इस्तेमाल प्लास्टिक बनाने में किया जाता है. इसे फूड कंटेनर, बेबी बॉटल और प्लास्टिक की पानी की बोतलों को बनाने में किया जा रहा है.
प्लास्टिक प्रोडक्ट के विकल्प क्या हैं
अब सवाल यह खड़ा होता है कि हमारे घर, बाजार में प्लास्टिक प्रोडक्ट भरे पड़े हैं. अगर, हम इनका इस्तेमाल न करें तो हमारे पास इनके विकल्प क्या हैं? तो इसका भी जवाब है. जी हां, बाजार में प्लास्टिक के कई विकल्प मौजूद हैं. अगर, प्लास्टिक की पानी बॉटल की ही बात करें तो कांच, स्टेनलेस स्टील के थर्मस का इस्तेमाल कर सकते हैं. कोशिश करें कि किचन में इस्तेमाल होने वाले बॉक्सेस स्टील, कांच के हों. अगर,हमें सुरक्षित रहना है और बीमारियों से बचना है तो हमें विकल्प खोजने होंगे.
छोटे बच्चों को प्लास्टिक की बॉटल में दूध न दें. बच्चों को प्लास्टिक की बॉटल में पानी भरकर स्कूल न भेजें. खाने के लिए प्लास्टिक की प्लेट, चाय के लिए प्लास्टिक के कप (डिस्पोजल) का इस्तेमाल कतई न करें.
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक