सुप्रिया पांडेय, रायपुर. चार राज्यों के 800 युवाओं को प्रशिक्षित करने के लिए आर्सेलर मित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया द्वारा कौशल विकास कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ है. जिसमें नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन, कौशल विकास, आईसेक्ट कार्यान्वयन एक सहयोगी संस्था है. शासन भी इसमें अपनी भागीदारी निभा रहा है.

संस्था के पदाधिकारियों ने बताया कि रायपुर आर्सेलर मित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया सीएसआर मद के तहत एक कौशल विकास कार्यक्रम की शुरुआत की गई है. जिसका उद्देश्य ओडिशा, गुजरात, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों के 800 युवाओं को “कौशल विकास प्रशिक्षण” प्रदान करवाना है. जिसमें से 200 युवाओं की ट्रेनिंग रायपुर में होगी.

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सीएसआर हेड डॉ विकास यदवेन्दू ने कहा कि आज का प्रशिक्षण सेंटर सीएसआर के अंतर्गत चालू किया गया है. 4 राज्यों में हमारी मौजूदगी होगी. जिनमें से छत्तीसगढ़ के 200 बच्चों को प्रशिक्षण दिया जाएगा. देश को आगे ले जाने के लिए युवाओं का प्रशिक्षण जरूरी है. आर्सेलर मित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया ये दायित्व समझती है. युवाओं को क्लासरूम के जरिए व्यवहारिक ज्ञान भी प्राप्त होगा. प्रशिक्षित होने के बाद उन्हे प्लेसमेंट में भी मदद मिलेगी.

रोजगार उप-संचालक एओ लारी ने बताया कि कोई भी प्रशिक्षण हो यह युवाओं में एक उत्साह का सृजन करता है. जिसे देखने के लिए एंपलॉयर तैयार रहते हैं. कुछ सैद्धांतिक तो कुछ व्यवहारिक ट्रेनिंग भी दिए जाते है. जो ट्रेनिंग इन्होंने शुरू किया आने वाले दिनों में इसका लाभ बच्चों को जरूर मिलेगा.

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एएमएनएस जीएम राघवेलू ने बताया कि छत्तीसगढ़ के बस्तर में काफी समस्याएं है. वहां ज्यादातर लोग शिक्षित नहीं है. इसलिए वहां के लोगों को अवसर नहीं मिल पाते लेकिन वे गांव में रहकर भी 10 से 20 हजार रूपए की कमाई कर सकते है बस्तर में खेती के क्षेत्र में बहुत सारे स्कोप है.