अमृतांशी जोशी, भोपाल। MP में बिजली चोरी को रोकने के लिए अब स्मार्ट बिजली मीटर लगाए जाएंगे। स्मार्ट मीटर लगाने की शुरुआत पुराने भोपाल और बैरागढ़ से हो सकती है। स्मार्ट मीटर लगने से लोगों कोरीडिंग बिलिंग से निजात मिलेगी। उपभोक्ता बिजली बिल मोबाइल ऐप स्मार्ट मीटर से एडवांस में रीचार्ज कर सकेंगे। साल 2025 तक सभी उपभोक्ताओं के मीटर को प्रीपेड स्मार्ट मीटर में परिवर्तित करने का लक्ष्य रखा गया है।

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बता दें कि केंद्र सरकार की रिवेम्पड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम के तहत राज्य की विद्युत वितरण कंपनियों की कार्ययोजना को शिवराज सरकार ने पिछले महीने ही कैबिनेट बैठक में मंजूरी दे दी थी। इसमें कंपनियां बिजली बिल की अग्रिम राशि पाने के लिए प्रीपेड मीटर को बढ़ावा देगी। फिलहाल कंपनियों को बिजली आपूर्ति के डेढ़ महीने बाद राशि का भुगतान प्राप्त होता है। केंद्र सरकार ने विद्युत वितरण व्यवस्था में सुधार के लिए योजना तैयार की है। इसमें 60 प्रतिशत राशि केंद्र सरकार द्वारा दी जाएगी और 40 प्रतिशत राशि राज्य को लगानी होगी। इसके आधार पर ऊर्जा विभाग ने प्रस्ताव तैयार करके कैबिनेट के समक्ष प्रस्तुत किया था। प्रोजेक्ट में 14886 करोड़ रुपये खर्च होंगे।

कहां-कहां लगेंगे स्मार्ट मीटर

– ऐसे क्षेत्र, जहां बिजली हानि अधिक होती है या बिजली की चोरी होती है।

– सभी औद्योगिक और वाणिज्यिक उपभोक्ताओं के मीटर बदलेंगे।

– शहरी क्षेत्रों में 50 प्रतिशत अधिक उपभोक्ताओं वाले वे क्षेत्र जहां वर्ष 2020-21 में हानि 15 प्रतिशत और वर्ष 2020-21 में 25 प्रतिशत से अधिक है।

– दूसरे चरण में सभी उपभोक्ताओं के मीटर प्रीपेड स्मार्ट मीटर में परिवर्तित किए जाएंगे।

– मीटर बदलने के साथ ही ट्रांसफार्मर का मीटरीकरण भी किया जाएगा।

– केंद्र सरकार उपभोक्ता प्रति मीटर के लिए 900 रुपये का अनुदान देगी।

– दिसंबर 2023 तक साढ़े सात प्रतिशत अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि 450 रुपये दिए जाएंगे।

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