भोपाल। मध्य प्रदेश में पुलिस अफसरों और पुलिस कर्मचारियों के लिए सोशल मीडिया पर टिप्पणी करने पर रोक लगा दी गई है। डीजीपी ने इस संबंध में फरमान जारी कर मीडिया से अनावश्यक दोस्ती रखने पर भी ऐतराज किया है।
दो पेज के इस फरमान में मध्य प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ऋषि कुमार शुक्ल ने पुलिस अफसरों को सिविल सेवा आचरण नियम की याद दिलाते हुए ये रोक लगाई है। डीजीपी ने कहा है कि पुलिस के अफसर और कर्मचारी व्हाट्सएप ग्रुप, ट्वीटर, फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर बने हुए हैं और कई बार अनावश्यक टिप्पड़ी भी करते हैं। अतः ये सब बंद करें। डीजीपी ने पुलिस वालों को चेताया है कि वह यदि अब बिना अनुमति सोशल मीडिया पर कमेंट्स, सेल्फी या कोई सामग्री पोस्ट करते हैं तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
डीजीपी ने पुलिस अफसरों और कर्मचारियों को सर्कुलर जारी कर यह भी हिदायत दी है कि वे मीडिया कर्मियों और पत्रकारों से दोस्ताना संबंध न रखें। डीजीपी के इस आदेश से सभी हैरान है। इसे अपराध रोकने में पुलिस महकमे की हो रही किरकिरी से जोड़कर देखा जा रहा है। बढ़ते अपराध रोज अखबारों की सुर्खियां बन रहे हैं। मजे की बात यह है कि डीजीपी ने पुलिस अफसरों को सोशल मीडिया से प्रतिबंधित किया है, उसी सोशल मीडिया पर अब उनका यह फरमान वायरल हो रहा है।
आदेश की कॉपी, जो वायरल हो रही है