रायपुर। आज साहू समाज को लेकर अपने सोशल मीडिया  पर लिखे गये एक पोस्ट पर आज अमित जोगी ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर माफ़ी माँग ली है उन्होंने कहाँ कल मेरे फेसबुक पर किये गए एक पोस्ट पर साहू समाज की आपत्ति से मैं पूरी तरह सहमत हूँ और इस संबंध में समाज के भाई बंधुओं से हृदय से क्षमा प्रार्थी हूँ। दरअसल मैं अभी दिल्ली में हूँ व पिछले एक हफ्ते से गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में स्वाइन फ्लू का इलाज करा रहा था और इसी दौरान यह पोस्ट मेरे रायपुर ऑफिस के स्टाफ ने किया है। मैं समाज के भाई बंधुओं को यकीन दिलाना चाहता हूँ कि मेरे ऑफिस के जिन स्थानीय युवाओं ने यह पोस्ट किया है, वो किसी व्यक्ति, जाति या समाज की भावनाओं को आहात करने की मंशा नहीं रखते। वो सीधे साधे नवयुवक हैं। उन्होंने पिछले कई पोस्टों की तरह यह पोस्ट भी सरकार के विरोध में ही किया था। किन्तु शब्दों के असंगत उपयोग से यह पोस्ट अनुपयुक्त बन गया, जिसे मैं स्वयं अत्यंत आपत्तिजनक और गलत मानता हूँ।

साहू समाज के प्रति मेरी निष्ठा और गहरी आस्था निर्विवाद और अचूक है। चाहे वो कवर्धा जिले के डहरी गाँव में आत्महत्या करने वाले किसान भाई संतोष साहू की पत्नी के घर जाकर उसको अपना वेतन देना हो या फिर मुख्यमंत्री निवास में आत्मदाह करने वाले भाई योगेश साहू के परिवार और बहनों की देखरेख एक भाई की तरह पूरी लगन से करना हो या फिर सारंगढ़ में सामूहिक बलात्कार का शिकार हुई साहू परिवार की बेटी को न्याय दिलाने के लिए लड़ना हो या फिर राजनांदगाँव के संबलपुर गाँव के आत्महत्या करने वाले दो-दो साहू किसान परिवारों को मेरा एक-एक महीने का वेतन देना हो, मैंने सदैव पूरी इमानदारी और श्रद्धा से समाज के लोगों के हितों की रक्षा के लिए लड़ाई लड़ी है, लड़ रहा हूँ और मरते दम तक लडूंगा।

एक फेसबुक पोस्ट के वजह से मेरा पुतला जलाने वाले भाई बंधुओं से मैं सादर निवेदन करता हूँ कि वो कृपया भ्रमित होकर कुछ भी न करे और इस मामले को यहीं समाप्त करें। मेरे अपने इस पोस्ट के माध्यम से आपसे माफ़ी मांग रहा हूँ। अगर मेरे माफ़ी मांगने के बाद भी, मेरा पुतला जलाने से कुछ लोगों को संतुष्टि मिलती है तो मैं रायपुर आकर स्वयं आपके साथ अपना पुतला जलाऊंगा।