रायपुर. भारतीय पहलवान रवि कुमार दहिया का गोल्ड मेडल मुकाबला दो बार के वर्ल्ड चैंपियन रूस के जावुर युगुऐव से हुआ. उन्होंने कुश्ती के 57 किलोग्राम भारवर्ग के फाइनल में पहुंचते ही मेडल पक्का कर लिया था.

भारतीय पहलवान रवि कुमार दहिया ने ओलंपिक में भारत के लिए एक और मेडल पक्का पहले ही कर दिया था. लेकिन आज अब उनके सामने चुनौती गोल्ड जीतने की थी, इसके लिए उनका मुकाबला कुश्ती के 57 किलोग्राम भारवर्ग के फाइनल में दो बार के वर्ल्ड चैंपियन रूस के जावुर युगुऐव से हुआ.

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टोक्यो ओलिंपिक में कुश्ती के लिहाज से भारत के लिए बुधवार का दिन बेहद शानदार रहा था. भारतीय फ्रीस्टाइल पहलवान रवि कुमार दहिया ने पुरुषों के 57 किग्रा वर्ग में कजाकिस्तानी पहलवान नूरिस्लाम सनायेव को हराकर फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया. रवि दहिया के जीत के साथ ही पूरे देश में जश्न शुरू हो गया और इस बीच कजाकिस्तानी पहलवान सनायेव की शर्मनाक करतूत पर किसी का ध्यान ही नहीं गया.

दरअसल सेमीफाइनल मुकाबले के अंतिम क्षणों के दौरान जब रवि दहिया ने सनायेव को जकड़ लिया तो पकड़ से बाहर निकलने के लिए सनायेव ने रवि की बांह पर जोर से काट खाया. हालांकि इसके बावजूद रवि दहिया की पकड़ ढीली नहीं पड़ी और मैच जीतने तक सामने वाले पहलवान को जीतने का मौका नहीं दिया था.