सुप्रिया पांडे,रायपुर। आज छत्तीसगढ़ के पहले ई-मेगा विधिक सेवा शिविर का आयोजन सभी जिले में किया गया है. जहां ई-प्लेटफार्म के जरिए राज्य शासन की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ चयनित हितग्राहियों को दिया जा रहा है. ई-मेगा कैंम्प के तहत विभिन्न विभागों ने स्टॉल लगाकर आम जनता को राज्य सरकार की योजनाओं से अवगत कराया. आम नागरिक जिन्हें इन योजनाओं का लाभ प्राप्त करना है, वह राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के न्याय एप की शिकायत पेटी में आवेदन डाल सकते हैं. इस कैम्प के तहत विभिन्न विभागों द्वारा कैम्प लगाकर राज्य सरकार की योजनाओं के बारें में आमजनता को अवगत कराया जा रहा है. साथ ही लोगों को योजनाओं से वंचित लोगों को सामान भी उपलब्ध कराया जा रहा है.

इस मामले में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रायपुर सचिव उमेश उपाध्याय ने बताया कि जब से कोरोना का संक्रमण देश और दुनिया में शुरू हुआ है, तब से बहुत सारे लोगों को शासन की योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है. इसको ध्यान में रखते हुए राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश पर यह लोक अदालत का आयोजन किया गया था. लोक अदालत में बहुत सारे मामलों का निराकरण किया गया. उसके बाद विचार किया गया कि शासन की योजनाओं का लाभ एक प्लेटफार्म पर दिया जाए, ताकि लोगों को बिना ज्यादा परेशानी के शासन की योजनाओं का लाभ मिल सके. इसी बात को ध्यान में रखते हुए ई मेगा कैंप का आयोजन किया गया है, इसमें जिला प्रशासन रायपुर के सहयोग से शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ लोगों को सीधा दिया गया है. लगभग 10 हजार से ज्यादा लोगों को शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है.

समाज कल्याण विभाग से पर्यवेक्षक अधिकारी अमित परिहार ने बताया कि समाज कल्याण विभाग के द्वारा ई-मेगा कैंप में स्टॉल लगाकर जरूरतमंद लोगों को उनके आवश्यकता अनुसार सामान वितरित किया जा रहा है. ये आयोजन जिला प्रशासन के सहयोग से किया गया है. ये कार्यक्रम गरीबी उन्मूलन को ध्यान में रखते हुए किया गया है. जिला प्रशासन इस क्षेत्र में पहले से ही काम कर रहा है, लेकिन पहली बार ऐसा होगा जब जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अपने प्लेटफार्म में एक नई चीज लेकर आई है. हमारे विभाग मुख्यत: समाज के वंचित लोगों के लिए काम करता है. वृद्ध, विधवा, या दिव्यांग हो चाहे वह तृतिय लिंग समुदाय का व्यक्ति क्यों न हो हम उन्हें समाज के मुख्यधारा में जोड़ने के लिए काम करते हैं.

ई-मेगा कैम्प के तहत महिला बाल विकास विभाग द्वारा लोगों को पोषण के लिए जागरूक किया जा रहा है. इस मामले में महिला एवं बाल विकास अधिकारी अशोक पांडे ने बताया कि ई-मेगा कैंप के तहत लोगों को जागरूक करने के लिए कैंप लगाया गया है. महिला बाल विकास सर्वाधिक कुपोषण मुक्ति के लिए कार्य करता है और प्रदर्शनी के माध्यम से कुपोषण मुक्ति के लिए जो पोषण आहार के व्यंजनों से आम जनता को अवगत कराया जा रहा है. विभिन्न प्रकार के पोस्टिक पोषण है उसकी प्रदर्शनी यहां पर लगाई गई हैं. इसके साथ ही लोगों को संदेश भी दे रहे हैं कि अपने बच्चों व गर्भवती माताओं को भोजन में यह सारी सब्जियां और इस तरह के पोषण आहार का इस्तेमाल करें. तो उन्हें अस्पतालों में ज्यादा भटकने की आवश्यकता नहीं है. हम आसानी से बच्चों के कुपोषण को और महिलाओं के एनिमिया को दूर कर सकते हैं.