लुधियाना. शंभू बार्डर पर बुधवार सुबह से किसान रेल ट्रैक पर बैठे हुए हैं. किसानों के रेल ट्रैक जाम किए जाने के बाद रेल प्रशासन ने दिल्ली व अमृतसर, जम्मू की तरफ आने जाने वाली अप व डाऊन ट्रेनों का रूट डाइवर्ट कर रवाना किया. जबकि, चूरू-लुधियाना के बीच चलने वाली पैसेंजर ट्रेन को 2 दिन के लिए रद्द किया गया है.

इसके अलावा अंबाला कैंट-जालंधर सिटी व लुधियाना-अंबाला कैंट के बीच चलने वाली पैसेंजर ट्रेनों को रद्द किया गया है. रूट डाइवर्ट होने के कारण ट्रेनों की समय सारिणी गड़बड़ा गई, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. किसानों के रेल ट्रैक से हटने के बाद लुधियाना-अंबाला रेल ट्रैक दोबारा से बहाल हो सका. शंभू बार्डर पर आंदोलन करने वाले किसान बुधवार सुबह से रेल ट्रैक पर आकर बैठ गए. किसानों के रेल ट्रैक जाम करने का पता चलते ही तुरंत रेल प्रशासन हरकत में आया और ट्रेनों का रूट डाईवर्ट कर रवाना किया.

रेल मार्ग रोककर किसान आम लोगों को परेशान न करें : प्रो. चावला

पूर्व सेहत मंत्री प्रो. लक्ष्मीकांता चावला ने कहा कि किसानों ने अपनी मांगों के लिए छेड़े आंदोलन के अंतर्गत पहले लक्ष्मीकांता चावला सड़क मार्ग रोके थे, अब शंभू रेलवे स्टेशन पर बैठ गए हैं. इस कारण दर्जनों गाडियां रोकी गईं, हजारों यात्री परेशान हुए. कुछ के रूट बदले गए, कुछ रद्द कर दी गईं. उन्होंने कहा कि किसानों से मेरी अपील है कि आम जनता का सोचे. आपकी जिससे लड़ाई है. किसान उनके घरों के बाहर बैठें. आम लोगों का क्या कसूर है. जो यात्री गाड़ी में बैठे हैं, वे किसानों की मांग नहीं पूरी कर सकते. यह बहुत गलत है. इन्हें परेशान करने का क्या औचित्य है. किसान अपनी मांगे मनवाने के लिए मंत्रियों, विधायकों या सांसदों के आवास के बाहर बैठें. जनता को तंग न करें.