रायपुर. राजधानी के पत्रकारिता विश्वविद्यालय का हाल एक पत्रकारिता के छात्र के अलावा और कौन अच्छे से समझ सकता है. जो जाते तो है पढ़ने, लेकिन खाली हाथ लौट आते है. ये हम नहीं बल्कि यहां के छात्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय में शिक्षकों की कमी है. दरअसल कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय के छात्रों ने गुरुवार को अपनी कई मांगों को लेकर प्रशासन के पास पहुंचे, लेकिन कुलपति और कुलसचिव के गैरमौजूदगी में उप कुलसचिव को ज्ञापन सौंपा है.

छात्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय प्रशासन 7 दिन के अंदर अगर विश्वविद्यालय कोई निर्णय नहीं लेता है तो छात्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे. इनका कहना है कि वर्तमान में विश्वविद्यालय से 8 पाठ्यक्रम संचालित हो रहा हैं जिसमें 8 नियमित शिक्षक भी नहीं है. प्रदेश में ऐसा पहला विश्वविद्यालय होगा, जहां एक भी प्रोफेसर नहीं है. जिससे बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है.

ये हैं इनकी मांगे…

  • विश्वविद्यालय में पुस्तकालय की समय सीमा 8 घंटे से बढ़ाकर 12 घंटे करने किया जाए.
  • विश्वविद्यालय में शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने के लिए नियमित प्रोफेसरों की भर्ती की जाए.
  • छात्र अपने स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय परिसर में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की खोलने की मांग कर रहे हैं.
  • पीने के लिए साफ पानी और शौचालय की साफ सफाई रखने की मांग की है.
  • डिजिटल इंडिया को विश्वविद्यालय में लागू करने औऱ फीस को ऑनलाइन प्रक्रिया से जमा कराया जाए.
  • विद्यार्थी को शारीरिक रूप से स्वस्थ्य रखने विश्वविद्यालय में जिम खोलने की मांग.
  • छत्तीसगढ़ में अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति वा पिछड़ा वर्ग की बहुलता अधिक है और BPL धारक विद्यार्थियों को नि:शुल्क छात्रावास की व्यवस्था करने की मांग शामिल है.
  • बालिका छात्रावास का नया निर्माण करने की मांग और सीटों की संख्या बढ़ाने की मांग. जबकि अभी कर्मचारियों के लिए बनाये गए निवास पर छात्राओं को आवंटन किया गया है.
  • विश्वविद्यालय में खेल के लिए मिनी स्टेडियम बनाया जाए.