आशुतोष तिवारी, रीवा। मध्य प्रदेश के रीवा जिले में शराब तस्करी के संदेही की पुलिस कस्टडी में हुई मौत के बाद परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाया है. परिजनों ने पुलिस पर झूठे केस में फंसा कर हत्या करने का आरोप लगाया है. मामले में एसपी ने चौकी प्रभारी सहित 5 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है. साथ ही मजिस्ट्रीयल जांच के आदेश भी दिए हैं.

दरअसल ये सनसनीखेज आरोप रीवा जिले के नईगढ़ी पुलिस पर लगे हैं. परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है. परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने शराब तस्करी के झूठे आरोप में फसाकर हिरासत में लिया था. संदेही छोटेलाल साकेत की दलील है कि दोनों भाइयों को पुलिस ने जबरन गिरफ्तार कर लिया और शराब तस्करी के आरोप लगा दिए.

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विभाग में मचा हड़कंप

पुलिस कस्टडी के दौरान पुलिस वाहन से गिरने पर संदेही की मौत से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. पुलिस अधीक्षक ने गंभीरता से लेते हुए दोषी चौकी प्रभारी कमल वरकड़े सहित 5 पुलिसकर्मियों को निलबिंत कर दिया है. पुलिसकर्मियों ने लापरवाही बरती थी जिसके चलते संदेही ने फरार होने की कोशिश की. जिसके बाद एसपी ने पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की. बहरहाल, पुलिस की लापरवाही से जहां एक युवक को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है. वहीं उसकी 5 बेटियां के सिर से पिता का हाथ उठा गया है.

ये है पूरा मामला

बता दें कि बीते दिनों पुलिस ने भीर गांव से छोटेलाल साकेत और उसके भाई राजेश साकेत को शराब तस्करी के आरोप में हिरासत पर लिया था. जिसे पकड़कर पुलिस चौकी लाया जा रहा था. उसी दौरान गाड़ी में पीछे बैठे 30 वर्षीय राजेश साकेत ने छलांग लगा दी थी. जिसके बाद गंभीर रूप से घायल हो गया था. संदेही को संजय गांधी मेमोरियल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान राजेश साकेत की मौत हो गई.

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