रायपुर। सेक्स सीडी स्कैण्डल में गिरफ्तार वरिष्ठ पत्रकार विनोद वर्मा की जमानत याचिका पर बुधवार को रायपुर के सेशन कोर्ट में सुनवाई हुई. विनोद वर्मा के वकील फैजल रिजवी ने विनोद वर्मा का पक्ष रखते हुए कहा कि अंतागढ़ टेप कांड से बचने के लिए सरकार ने सुनियोजित तरीके से साजिश रची और उसमें वर्मा को फंसाया गया है.

फैजल रिजवी ने अपनी दलील देते हुए कहा कि 13 से 15 मार्च 2016 में विनोद वर्मा एडिटर गिल्ड का सदस्य रहते हुए बस्तर का दौरा किया था. उनके साथ दौरे में दो और लोग शामिल थे जिनमें महासचिव प्रकाश दुबे, एक्जक्यूटिव मेंबर सीमा चिश्ती भी मौजूद थीं. उऩ्होंने कहा कि इस दौरे में विनोद वर्मा के हाथ वो साक्ष्य लगे थे जिससे कि छत्तीसगढ़ सरकार बदल सकती थी. जिसकी वजह से ही सरकार ने उनके खिलाफ साजिश रची और उन्हें रातों रात गिरफ्तार करवा दिया.

एडीजे जितेन्द्र कुमार जैन ने अभियोजन पक्ष और बचाव पक्ष की दलील सुनने के बाद फैसला 3 बजे तक सुरक्षित रख लिया है. 3 बजे के बाद कोर्ट विनोद वर्मा की जमानत पर अपना फैसला सुनाएगी.