वाराणसी. सपा महासचिव स्वामी प्रसाद वाराणसी दौरे पर पहुंचे हैं. इस दौरान स्वामी प्रसाद मौर्य मीडिया से मुखातिब होते हुए मौलाना महमूद मदनी के बयान का समर्थन किया है. साथ ही उन्होंने कहा कि अभीतक जो ऐतिहासिक साक्ष्य आए हैं, सबसे पहले भगवान बुद्ध का बौद्ध धर्म आया. उसके बाद ईसाई धर्म उसके बाद इस्लाम धर्म आया. इसके बाद ही तमाम धर्म और पंथ पैदा हुए.

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सपा महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने बीजेपी सरकार पर भी जमकर निशाना साधा है. स्वामी प्रसाद ने कहा कि गरीब नौजवान किसान की महंगाई से कमर टूट गई. लघु और मध्यम वर्ग के व्यापारी से धन उगाही हो रही है. वहीं राजधानी लखनऊ का नाम लखनपुरी करने को लेकर कहा कि लखनऊ की संस्कृति हमारे देश की पहचान है. आज बीजेपी के नेता नाम क्यों बदल रहे हैं.

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गौरतलब है कि पूर्व मंत्री एवं सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने बीते रोज कहा था कि कई करोड़ लोग रामचरितमानस को नहीं पढ़ते. सब बकवास है. यह तुलसीदास ने अपनी खुशी के लिए लिखा है। उन्होंने कहा था कि सरकार को इसका संज्ञान लेते हुए रामचरित मानस से जो आपत्तिजनक अंश है, उसे बाहर करना चाहिए या इस पूरी पुस्तक को ही बैन कर देना चाहिए. स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि तुलसीदास की रामचरितमानस में कुछ अंश ऐसे हैं, जिनपर हमें आपत्ति है, क्योंकि किसी भी धर्म में किसी को भी गाली देने का कोई अधिकार नहीं है.

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