तिरुवनंतपुरम। केरल में इन दिन 30 किलो सोना की तस्करी को लेकर बवाल मचा हुआ है. मामले में बीते छह दिनों से फरार आरोपी स्वप्ना सुरेश और उनके सहयोगी संदीप नायर को बेंगलुरु से एनआईए ने पकड़ने में कामयाबी पाई है.

बता दें कि 5 जुलाई को यूएई दूतावास के राजनयिक बैग के जरिए 30 किग्रा सोने का तस्करी के मामले में स्वप्ना सुरेश मख्य आरोपी हैं. स्वप्ना के हाई प्रोफाइल कनेक्शन की वजह से इस मामले ने तुरंत राजनीतिक रंग ले लिया, और कांग्रेस सहित तमाम विरोधी दलों ने मुख्यमंत्री पिनराई विजयन पर निशाना साधा था. विजयन ने स्थिति को बिगड़ते देख इसे राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मसला बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जांच के लिए पत्र लिखा था. केंद्र सरकार ने भी मामले को बिना कोई देरी किए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंप दिया, जिसके बाद एनआईए की टीम ने जांच शुरू करते हुए रविवार को आरोपी स्वप्ना सुरेश को सहयोगी के साथ पकड़ने में सफलता पाई है.

तिरुवनंतपुरम में यूएई दूतावास की पूर्व सचिव और बाद में केरल के सूचना प्रौद्योगिकी विभाग में अधिकारी रही स्वप्ना सुरेश बीते रविवार को तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे में कस्टम विभाग द्वारा इस तस्करी का भंड़ाफोड़ होने के बाद से ही फरार चल रही थी. मामले में उसके सहयोगी यूएई दूतावास में पीआरओ सरिथ पीएस को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन स्वप्ना के साथ दूसरे अन्य आरोपी फजल फरीद और सरिथ का भाई संदीप नायर का कोई पता नहीं चला था.

एनआईए की ओर से जारी बयान में बताया गया कि केरल सोना तस्करी मामले में आरोपी स्वप्ना सुरेश और संदीप नायक को हिरासत में लिया गया है. मामले में पूछताछ के बाद उनकी गिरफ्तारी की जाएगी. दोनों आरोपियों को बेंगलुरु के बीटीएम लेआउट से हिरासत में लिया गया है. एनआईए के सूत्रों के मुताबिक, स्वप्ना और संदीप सड़क के जरिए बेंगलुरु पहुंचे थे, और पकड़े जाने के डर से बार-बार जगह बदल रहे थे.