ममता बनर्जी ने अपने नेताओं और चहेते नौकरशाहों को कानूनी विवादों से बचाने के लिए पानी की तरह पैसा बहाया, सरकारी खजाने से करोड़ों रुपये खर्च किए, सिंघवी-सिब्बल को फीस में दिए 30 करोड़