वाह प्रिंसिपल मैडम ! ग्राहक नहीं तो स्कूल के बच्चे ही सही : स्टूडेंट्स और उनके पेरेंट्स पर अपनी स्टेशनरी से सामान खरीदने डालती है दबाव, टीचर को हटाने की मांग

देख रहे हैं मंत्री जी…नशे में टल्ली टीचर: स्कूलों में झांकने नहीं आते जिम्मेदार, शिकायतों की अनदेखी, मदहोश पहुंचते हैं शिक्षक, क्या ऐसे संवरेगा बच्चों का भविष्य ?