बिलासपुर. प्रदेश के टैलेंडेट युवा बेरोजगारों ने एक फर्जी नेशनल क्राइम ब्रांच बना लिया, इसके बाद शुरू कर दी अवैध वसूली. लेकिन उनकी चालाकी बहुत ज्यादा दिनों तक नहीं चली और ऐसे ही गिरोह के 7 लोगों को बिलासपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.  19 सितंबर 21 को प्रार्थी जैकी कुमार द्वारा थाना सरकंडा में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह ट्रांसपोर्टिंग का काम करता है, दिनांक 18 सितंबर 21 को अपने हाईवा वाहन में गिट्टी लोड कर चिल्हाटी की ओर जा रहा था.  

 मौपका चिल्हाटी मोड़ के पास कुछ लड़के जबरन गाड़ी को रुकवा कर अपने आप को क्राइम ब्रांच का स्टाफ बताकर डरा-धमका कर मोबाइल फोन में ‘नेशनल क्राइम ब्रांच’ का ‘आईडी-कार्ड’ दिखाकर धक्का-मुक्की कर अश्लील गाली गलौज करते हुए ₹5000 की मांग कर रहे थे. प्रार्थी की रिपोर्ट पर सरकंडा पुलिस ने तत्काल अपराध पंजीबद्ध कर थाना प्रभारी निरीक्षक परिवेश तिवारी द्वारा घटना की सूचना वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक झा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर बिलासपुर उमेश कश्यप अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निमेश बरैया को देकर कार्रवाई हेतु निर्देश प्राप्त कर थाना सरकंडा की टीम बनाकर आरोपियों की पता तलाश में लगाया गया.

गिरफ्तार आरोपियों का नाम

 

  1.  जनूक दास दीवान पिता आनंद दास दीवान उम्र 47 वर्ष निवासी विजयनगर दीपका धनवार पारा जिला कोरबा
  2.  भीम कुमार पटेल पिता स्वर्गीय मोहन राम पटेल उम्र 30 वर्ष निवासी नगरदा जिला जांजगीर चांपा हाल मुकाम आरटीओ ऑफिस के पास लगरा बिलासपुर
  3. अमित सिंह ठाकुर पिता दिलेश्वर सिंह ठाकुर 34 वर्ष देवनंदन नगर फेस वन सरकंडा
  4. पुरुषोत्तम सिंह पिता यशवंत सिंह ठाकुर 20 वर्ष कोदवाबानी थाना लालपुर जिला मुंगेली हाल मुकाम अशोक नगर एकता कॉलोनी सरकंडा
  5.  दीपक ध्रुव पिता विष्णु प्रसाद ध्रुव उम्र 20 वर्ष निवासी खमतराई सरकंडा
  6.  रामप्रसाद ध्रुव पिता दुकालू ध्रुव 19 वर्ष मौपका
  7.  एक विधि के साथ संघर्षरत बालक

पूछताछ करने पर उनके द्वारा बताया गया कि भीम कुमार पटेल निवासी लगरा बिलासपुर एवं जनक दीवान निवासी दीपका कोरबा द्वारा मोबाइल में लिंक क्रिएट कर ऐप के माध्यम से नेशनल क्राइम ब्रांच की आईडी तैयार की गई है. जिसके आधार पर अपने आप को “क्राइम ब्रांच” का सदस्य बताते हुए घटना करना स्वीकार किए. आरोपियों के बताए अनुसार भीम कुमार पटेल निवासी लगरा एवं जनक दास दीवान को दीपका कोरबा से घेराबंदी कर पकड़ कर पूछताछ किया गया. जो अपराध करना स्वीकार किए है. आरोपियों के मोबाइल में नेशनल क्राइम ब्रांच का आईडी कार्ड होना पाया गया है.

आरोपियों के पास से घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन एवं मोटरसाइकिल जप्त किया गया है. तथा आरोपियों के विरुद्ध विधिवत कार्यवाही करके सभी आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर भेजा जा रहा है.

गिरोह को पकड़ने इन्होंने निभाई अहम भूमिका

संपूर्ण कार्रवाई में थाना प्रभारी निरीक्षक परिवेश तिवारी, सहायक उपनिरीक्षक अमृत साहू, हेमंत आदित्य, प्रधान आरक्षक चंद्रकांत डहरिया, आरक्षक बलवीर सिंह, विवेक राय, प्रमोद सिंह, अविनाश कश्यप, सत्य प्रकाश, लगन खांडेकर, भागवत चंद्राकर की सराहनीय भूमिका रही.