रायपुर। छत्तीसगढ़ में स्थानीय कुलपति की मांग का मुद्दा गर्माया गया है. इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के प्राध्यापकों और छात्रों ने  स्थानीय कुलपति की मांग को लेकर राजभवन के सामने प्रदर्शन करते हुए घेराव किया. पुलिस ने मुश्किल से प्रदर्शनकारी प्राध्यापकों और छात्रों को राजभवन गेट के सामने से हटाया.

स्थानीय कुलपति की मांग पर प्राध्यापकों और छात्रों को मुख्यमंत्री और मंत्री का समर्थन मिल रहा है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस मांग का समर्थन करते हुए कहा कि स्थानीय कुलपति की मांग जायज है. छत्तीसगढ़ में प्रतिभा की कमी नहीं है. राज्यपाल को यह देखना चाहिए.

मंत्री रविंद्र चौबे ने भी स्थानीय और बाहरी कुलपति के विवाद में प्राध्यापकों और छात्रों के समर्थन में बयान जारी करते हुए कहा कि राज्य के लोगों की जनभावना की उपेक्षा बर्दाश्त नहीं की जाएगी. कृषि विश्वविद्यालय के साथ अन्य विश्वविद्यालयों में स्थानीय कुलपति हो. राज्य के लोगों को अवसर दिया जाए.

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जानिए क्यों हो रहा है विरोध

इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में कुलपति डॉ. एसके पाटील का कार्यकाल खत्म होने के पूर्व कुलपति चयन के लिए सर्च कमेटी बनाई गई थी. पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम की अध्यक्षता वाले इस कमेटी में शामिल आनंद मिश्रा और एसीएस सुबत साहू ने चार नामों का पैनल बनाकर शासन को भेजा था. प्राध्यापकों का आरोप है कि कुलाधिपति ने इस पूरी प्रकिया को दरकिनार कर नई सर्च कमेटी का गठन कर दिया. इसका चेयरमैन एक पूर्व कुलपति अरविंद भाई पाठक को बनाया गया है. आईजीकेवी के प्रोफेसरों का कहना है कि नई कमेटी असंवैधानिक रूप से गठित की गई है.

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