कैलाश जायसवाल,रायपुर. शिक्षकों द्वारा वेतन की मांग को लेकर आज कटोरा लेकर प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शन के दौरान इन शिक्षाकों ने हाथ में कटोरा लिए लोंगो से भीख मांगी. वही प्रदर्शन को देखते हुए अब संबंधित अधिकारी ने आश्वासन दिया है की एक हफ्ते में ही इन शिक्षकों को वेतन का भुगतान कर दिया जायेगा.

छत्तीसगढ़ में सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत कार्यरत पंचायत संवर्ग के शिक्षकों को विगत 2-3 माह से वेतन नहीं मिला है. ऐसे शिक्षकों की संख्या लगभग एक लाख बताई जा रही है. वेतन न मिलने से क्षुब्ध इन शिक्षकों ने गुरूवार को भीख मांगकर प्रदर्शन किया. यह प्रदर्शन रायपुर स्थित माध्यमिक शिक्षा मंडल एवं राजीव गांधी शिक्षा मिशन के संचालक कार्यालय के सामने किया गया. इस आन्दोलन का नेतृत्व संयुक्त शिक्षा कर्मी संघ के प्रान्तीय और जिला विकासखंड द्वारा संयुक्त रूप से किया. शिक्षा संघ के पदाधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि इसके बाद भी इन शिक्षकों को वेतन नही दिया गया तो वे आगे और भी उग्र आन्दोलन करेंगे.

वही मामले की गंभीरता को भांपते हुए जिला शिक्षाधिकारी अशोक बंजारे ने आश्वासन दिया है कि एक हफ्ते के अन्दर इन सभी शिक्षको को उनके बकाया वेतन का भुगतान कर दिया जायेगा

गौरतलब है कि शिक्षक संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि बार बार संबंधित अधिकारियों को सू​चित करने के बाद भी अब तक इन शिक्षकों को वेतन का भुगतान नही किया गया है. जिसके चलते इन शिक्षकों के सामने अपने परिवार के भरण पोषण के लिए काफी परेशानी उठाना पड़ रहा है. कुछ शिक्षकों ने रोज की जरूरतों के लिए उधार भी ले रखा है. लेकिन​ शिक्षकों की इन परेशनियों से लगता है कि सरकार का कोई सरोकार नहीं है. तभी तो 2-3 माह बीत जाने के बाद भी अब तक इन शिक्षकों को वेतन का भुगतान नहीं किया गया है.

भूपेश ने सरकार से पूछा सवाल

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल ने इस मामले के लिए सरकार को कसूरवार ठहराया. भूपेश ने कहा है कि एक तरफ मध्यप्रदेश सरकार ने शिक्षाकर्मियों के संविलयन का आदेश जारी कर दिया है. दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ की सरकार शिक्षाकर्मियों का वेतन नहीं दे पा रही है. उन्होंने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया है.