मुंबई। पुलवामा अटैक के बाद पाकिस्तान में की गई एयर स्ट्राइक को लेकर देश में राजनीति जोरो पर है. सत्ता पक्ष द्वारा इस मामले को भुनाने की कोशिशों के बीच कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों ने बताई जा रही संख्या को लेकर सबूत मांगना शुरु कर दिया है. अब इसमें एक और पार्टी का नाम शामिल हो गया है. और कोई नहीं बल्कि सत्तारुढ़ दल भाजपा की सहयोगी पार्टी शिवसेना है. शिवसेना ने कहा है कि देशवासियों को इस बात का सच जानने का हक है.

शिवसेना ने एक बयान जारी कर कहा है कि देशवासियों को ये जानने का हक है कि हमने दुश्मन के घर में कितना नुकसान पहुंचाया है. हमें नहीं लगता है कि इस प्रकार का सवाल पूछने से सेना के जवानों का मनोबल कमजोर होगा.

सामना में छपे एक लेख में शिवसेना ने लिखा है कि प्रधानमंत्री कई मुद्दों पर इमोशनल हो जाते हैं, लेकिन इस बार प्रधानमंत्री की आंखों में आंसू नहीं दिखे. इस बार वो ज्यादा खुश दिखे हैं. एक तरफ जहां पाकिस्तान के साथ जंग का माहौल था, दूसरी ओर मोदी रैलियां ही संबोधित कर रहे थे. पुलवामा से पहले विपक्ष के पास महंगाई, बेरोजगार, राफेल डील समेत कई मुद्दे थे. लेकिन अब लगता है कि एयरस्ट्राइक के बाद सभी तरह के मुद्दे खत्म हो गए हैं और हर कोई एयरस्ट्राइक की बात कर रहा है.