कुमार इंदर, जबलपुर। जबलपुर के नेशनल अस्पताल में सुपरवाइजर की डयूटी कर रहे एक नवुवक की लाश मिली है। युवक की लाश अस्पताल से कई किलोमीटर दूर तिलवारा घाट में मिली है। बताया जा रहा है कि युवक एकाएक 20 अक्टूबर को रहस्यमय ढंग से गायब हो गया और आज अचानक उसकी लाश तिलवारा में नर्मदा नदी में मिली। युवक की लाश मिलने पर आज मृतक के परिजनों ने अस्पताल पहुंच जमकर हंगामा किया। परिजन जहां अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं, वहीं पुलिस युवक की मौत के पीछे प्रेम प्रसंग का ऐंगल देख रही है। दरअसल मृतक युवक 20 अक्टूबर की रात एक बजे नेशनल हॉस्पिटल से निकला, तो फिर लाश ही मिली, मृतक मोबाइल, पर्स और बाइक हॉस्पिटल में ही मिला है।

अधारताल कटरा निवासी मनीष सेन 26 साल करीब 10 सालों से नेशनल हॉस्पिटल में सुपरवाइजर का काम कर रहा था। उसकी नाइट ड्यूटी रहती थी। गुरूवार सुबह 11 बजे हॉस्पिटल प्रबंधन ने पिता विनोद सेन को बताया कि उनका बेटा बुधवार देर रात एक बजे से गायब है। परिजन हॉस्पिटल पहुंचे तो उसका मोबाइल, पर्स और बाइक वहीं मिली। मोबाइल को रिसेट किया हुआ था और सिम गायब थी।

सीसीटीवी कैमरे में दिखा

चचेरे भाई संतोष श्रीवास के मुताबिक अस्पताल के सीसीटीवी कैमरे में मनीष 20 अक्टूबर की रात को दो से तीन बार निकलते हुए दिखा था। इसके बाद की रिकॉर्डिंग गायब है। अस्पताल प्रबंधन द्वारा बताया गया कि लाइट कट होने की वजह से रिकॉर्डिंग नहीं हो पाई। परिजनों ने आरोप लगाए कि जब वह रात एक बजे हॉस्पिटल से निकल गया तो सूचना अगले दिन सुबह 11 बजे क्यों दी गई।

पीएम के बाद  शव रखकर किया प्रदर्शन

पुलिस ने मामला दर्ज कर शव का शनिवार 23 अक्टूबर को पीएम कराया। इसके बाद शव परजिनों के सुपुर्द कर दिया गया है। मनीष के चेहरे पर कट के निशान मिले हैं। पुलिस के मुताबिक पीएम रिपोर्ट से स्पष्ट होगा कि, ये चोट कैसे आई है। दोपहर 12.30 बजे परिजन शव लेकर नेशनल हॉस्पिटल पहुंचे। वहां वैन में शव रखकर परिजनों ने हंगामा किया। अस्पताल प्रबंधन पर बेटे की मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया।