शिखिल ब्यौहार, भोपाल। मध्य प्रदेश के मुरैना जिले सिकरौदा गांव के पास बना अंग्रेजों के जमाने का रेलवे पुल भरभरा कर गिर गया। हादसे में आधा दर्जन से अधिक मजदूर घायल हो गए। जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है। बता दें कि लल्लूराम डॉट कॉम ने इस मामले को लेकर पहले ही चेताया था। एक्सक्लूसिव रिपोर्ट में मरम्मत की जरूरत पर प्रकाश डाला गया था। लल्लूराम डॉट कॉम ने 15 फरवरी 2024 को खबर प्रकाशित की थी।

मध्यप्रदेश में लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के कुल 80 ब्रिजों को मरम्मत की जरूरत है। हादसों की आशंका के मद्देनजर अब इन्हें तत्काल सुधार की श्रेणी में रखा गया है। अब करीब 127 करोड़ रुपये लागत से इसका सुधार कार्य किया जाएगा। पीडब्ल्यूडी ने ब्रिज के संबंध में प्रदेश स्तरीय रिपोर्ट सरकार को भेजी है। आश्चर्य की बात तो यह है कि इसमें 65 पुल ऐसे हैं जो 68 साल पुराने हैं। इसका निर्माण साल 1956 से 1961 के बीच किया गया था।

Lalluram Exclusive: MP के 80 उम्रदराज ब्रिजों की हालत बेहद खराब, दुर्घटना को दावत दे रहे 65 पुल, 1956 से 1961 के बीच हुआ था निर्माण

ग्वालियर-चंबल, इंदौर और जबलपुर संभाग में सबसे ज्यादा पुराने पुल

बीते विधानसभा सत्र के दौरान सरकार को भेजी गई पीडब्ल्यूडी के ब्रिज जोन की रिपोर्ट में बताया गया कि ग्वालियर, चंबल और सागर संभाग में खस्ताहाल ब्रिजों की संख्या सर्वाधिक है। इसके बाद जबलपुर, इंदौर और उज्जैन संभाग में ब्रिजों की स्थिति खराब है। वर्ष 2021, अक्टूबर में ग्वालियर और चंबल संभाग में बाढ़ के दौरान सात पुल टूट गए थे। तब जर्जर या सालों पहले बने होने के कारण कमजोर हो चुके पुल का सुधार कार्य भी शुरू किया गया था।

अंग्रेजों के जमाने के पुलों को तत्काल मरम्मत की जरूरत

रिपोर्ट में बताया गया कि प्रदेश में पीडब्ल्यूडी का गठन वर्ष 1956 में हुआ था। लेकिन इससे पहले भी अंग्रेजों ने कई ब्रिजों का निर्माण कराया था। इसके अलावा विभाग ने वर्ष 1978 तक कुल 322 रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी), फ्लाईओवर, वृहद पुल का निर्माण कराया। जो कम से कम 45 साल पुराने हो चुके हैं। साल 1956 से 1961 के बीच प्रदेश में पीडब्ल्यूडी ने 65 पुलों का निर्माण कराया था। इस साल तैयार हुई 86 पुलों की तत्काल मरम्मत की सूची में इन ब्रिजों की संख्या 32 है।

BREAKING: अंग्रेजों के जमाने का ब्रिज भरभरा कर गिरा, मलबे में दबे कई मजदूर

मध्यप्रदेश में पीडब्ल्यूडी के पुराने ब्रिजों का खाका

  • वर्ष 1956 से 1961 तक- 65 ब्रिज का निर्माण
  • वर्ष 1961 से 1966 तक- 89 ब्रिज का निर्माण
  • वर्ष 1966 से 1969 तक- 43 ब्रिज का निर्माण
  • वर्ष 1969 से 1974 तक- 61 ब्रिज का निर्माण
  • वर्ष 1994 से 1975 तक- 15 ब्रिज का निर्माण
  • वर्ष 1975 से 1976 तक- 34 ब्रिज का निर्माण
  • वर्ष 1976 से 1977 तक- 15 ब्रिज का निर्माण
  • वर्ष 1978 से 1985 तक- 91 ब्रिज का निर्माण
  • वर्ष 1985 से 1986 तक- 20 ब्रिज का निर्माण
  • वर्ष 1986 से 1987 तक- 28 ब्रिज का निर्माण
  • वर्ष 1987 से 1988 तक- 30 ब्रिज का निर्माण

सिंधिया रियासत के समय बना था ब्रिज

बताया जा रहा है कि मुरैना में अंग्रेजों के जमाने के बने नैरोगेज रेलवे ब्रिज को तोड़ने का काम किया जा रहा था। तभी अचानक से ब्रिज का हिस्सा टूटकर 50 फीट नीचे जा गिरा। जिसमें 6 मजदूर दब गए। घायलों में गंभीर रूप से घायल तीन मजदूरों को जौरा अस्पताल से मुरैना जिला अस्पताल में रेफर किया गया है। बता दें कि, सिंधिया रियासत के समय में यह पुल अंग्रेजों द्वारा बनवाया गया था।

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