लोरमी. जिले में एक ऐसा वनग्राम है जहां न बिजली है, न मोबाइल टॉवर. इसके चलते लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वनवासियों को राहत पहुंचाने कुछ युवाओं ने एक ऐसी जगह तलाश कर ग्राहक सेवा केंद्र खोला, जहां हवाओं के रुख पर मोबाइल नेटवर्क आता-जाता रहता है.

यह मामला अचानकमार का है, यहां वनवासियों की सुविधा के लिए कुछ युवा खुले आसमान के नीचे तालाब की मेढ़ पर एक ग्राहक सेवा केंद्र चला रहा है. इस जगह पर हवाओं के रुख पर नेटवर्क आता-जाता रहता है. विभाजित मुंगेली जिले का यह वनग्राम अचानकमार प्रदेश-देश में टाईगर रिजर्व के रूप में अपनी पहचान रखता है.

आसपास के ग्रामीण आते हैं लेन-देन करने
बिजली समेत अन्य संचार संसाधनों से विमुख इस इलाके में रहने वाले कुछ पढ़े-लिखे आदिवासी युवाओं ने गांव में दो ऐसी जगह खोज निकाली है, जहां एक मोबाइल कंपनी का नेटवर्क काम करता है. वनग्राम में कुछ स्थान पर सोलर पैनल लगे हुए हैं, जो बिजली की समस्या से कुछ घंटों तक राहत देते हैं. मोबाइल नेटवर्क की खोज करने वाले ग्रामीण युवाओं ने अचानकमार के एक तालाब की मेढ़ पर अब ग्राहक सेवा केंद्र खोल दिया है, जिससे आसपास के करीब 5 गांव के वनवासी अपनी जरूरतों के लिहाज से रुपयों का लेन-देन करते हैं.