मोसीम तड़वी, बुरहानपुर। प्रदेश के कई निजी अस्पतालों में आयुष्मान योजना के तहत करोड़ों के फर्जीवाड़े की तरह जिले में नया मामला सामने आया है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में एक निजी अस्पताल में मरीज का जबरिया ऑपरेशन कर दिया गया। इस मामले को कलेक्टर प्रवीण सिंह ने गंभीरता से लेते हुए जांच दल गठित करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि यह बेहद गंभीर मामला है। जांच दल में प्रशासन के अधिकारियों के साथ ही विशेषज्ञ डाक्टरों को शामिल किया जाएगा। जांच रिपोर्ट आने के बाद आयुष्मान योजना में बड़ा खुलासा होने की उम्मीद है। कलेक्टर ने सीएमएचओ को भी प्रकरण प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।

वायरल वीडियो में खंडवा की रहने वाली सविता बाई ने आरोप लगाया है कि वह अपने पिता के पैर के इलाज के लिए अस्पताल गई थी। पिता के कहने पर उसने अपने गले के छाले का जिक्र डाक्टरों से किया। जिसके बाद आनन फानन में उसकी एमआरआई करा दी गई और आपरेशन के लिए दबाव बनाया जाने लगा। वह लगातार आपरेशन कराने से इनकार करती रही, लेकिन डाक्टरों ने उसकी बात नहीं सुनी। गले की समस्या के विपरीत डाक्टरों ने उसके कमर के पास आपरेशन कर दिया है। उसे अब भी नहीं बता कि आखिर गले की समस्या का आपरेशन कमर में क्यों किया गया।

इन्होंने भी लगाए आरोप
सविता बाई की तरह ही खरगोन निवासी सावित्री बाई राठौर, गीता बाई, अनोखे निवासी देवल सहित अन्य ने भी गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने बताया कि अस्पताल के लोग पहले स्वास्थ्य शिविर के बहाने उन्हें बुलाते हैं। वहां से मुफ्त इलाज की बात कह अस्पताल भेजा जाता है। यहां पहुंचने पर कई हजार की जांच करते हैं। इसके बाद वे आपरेशन से इनकार करते हैं तो उनसे हजारों रुपये जमा करने के लिए कहा जाता है। सावित्री बाई के मुताबिक उसकी गर्दन में दर्द था लेकिन उसके पेट का आपरेशन कर दिया गया है। गीताबाई ने आपरेशन से इनकार किया तो कर्मचारी जांच के 15 हजार मांगने लगे। मजबूरी में उसे आपरेशन कराना पड़ा।कलेक्टर प्रवीण सिंह ने कहा कि आरोप सही पाए जाने पर संबंधित अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus