नियामुद्दीन, अनूपपुर। एकबार फिर जिला स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। नसबंदी कार्यक्रम में लापरवाही के एक के बाद एक नया मामला सामने आ रहा है। एक दिन पहले जिले के बिजरी में स्वास्थ्य विभाग द्वारा नसबंदी का कार्यक्रम रखा था, जहां नसबंदी कराने आई महिलाओं को 10 घंटे इंतजार के बाद ऑपरेशन किया गया था। वहीं दूसरा मामला जिले के ही सकरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सामने आया है। जहां महिलाएं नसबंदी के लिए सुबह 10 बजे पहुंच गई थीं और 10 घंटे इंतजार के बाद रात 7 बजे ऑपरेशन शुरू हो पाया। दिनभर महिलाएं और उनके परिजन भूखे प्यासे अपनी बारी का इंतजार करते बैठे रहे।

अनूपपुर जिले के सकरा प्राथमिक स्वास्थ केंद्र में महिला नसबंदी शिविर में धिरोल, पटना कला, देवहरा, डोगरा टोला सहित अन्य दर्जनों गांव की महिलाएं पहुंची थी। नसबंदी शिविर में ऑपरेशन के लिए पहुंची महिलाओं का पंजीयन सुबह 10 बजे किया गया था। सुबह से महिलाएं नसबंदी कराने कतार में बैठी। इस दौरान उनके परिजन बच्चों की देखभाल साथ रहे। इस दौरान नसबंदी करने वाले डॉक्टर दिनभर वहां नहीं पहुंचे। लोग भूखे प्यासे डॉक्टर के आने का इंतजार करते रहे और असुविधा के शिकार भी हुए। लगभग 9 घंटे इंतजार के बाद रात 7 बजे नसबंदी ऑपरेशन शुरू हुआ।

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रात करीब 7 बजे नसबंदी ऑपरेशन शुरू हुआ। नियमत: रात में नसबंदी नहीं किया जाता है। ऑपरेशन के बाद कड़ाके की ठंड में अपने घरों को लौटी। वहीं रात में अस्पताल में ठहरे महिलाओं सहित परिजनों को असुविधाओं का सामना करना पड़ा।