जगदलपुर. बस्तर में इन दिनों राजस्थान की शुष्क हवाओं ने कहर बरपाया है, और राज्य के दीगर जिलों की बजाय सीधे जगदलपूर को इस हवा ने निशाना बनाया है. जिसके कारण बस्तर में 2 दिनों से ठीठुरन बढ़ गई है. जिसके चलते लोगों का जीना मुहाल हो गया है. मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि मकर संक्रांति तक तापमान में उतार-चढ़ाव की संभावना बनी रहेगी है.
बस्तर में इन दिनों शुष्क हवा बह रही है, जो कि सीधे तौर पर राजस्थान से आ रही है. यह शुष्क हवा के साथ-साथ उत्तर-पूर्व से भी सर्द हवाएं आ रही है. जिससे बस्तर में दोहरी ठंड पड़ है और इससे लोगों का घर से निकलना बंद हो गया है.सूर्य ढलते ही सड़कों पर वीरानी छा जा रही है और लोग घर में दुबक जा रहे है.
स्थानीय मौसम विभाग के वैज्ञानिक आर के सोरी ने बताया कि कल का न्यूनतम तापक्रम 7.4 डिग्री दर्ज किया गया था. वही आज का न्यूनतम तापक्रम 8.6 डिग्री है. मौसम वैज्ञानिक सोरी के अनुसार बस्तर में शीतलहर पड़ने की संभावना है, उन्होंने बताया कि तेलंगाना में इस प्रकार की स्थिति निर्मित हो रही है. बस्तर तेलंगाना से जुड़ा हुआ है जिसके कारण शीतलहर के आसार बस्तर में भी देखने को मिल सकता है.