रायपुर- छत्तीसगढ़ के मंत्रालय ने इससे पहले ऐसी तस्वीर कभी नहीं देखी थी. दरअसल कभी किसी चीफ सेक्रेटरी ने ऐसी पहल की ही नहीं थी. आमतौर पर यह माना जाता है कि चीफ सेक्रेटरी का संवाद सचिव स्तरीय अधिकारियों तक ही सीमित होता है, लेकिन इस परंपरा को तोड़ने की कोशिश की है सूबे के नए मुख्य सचिव आर पी मंडल ने.

आर पी मंडल ने आज मंत्रालय के उन तमाम कर्मचारियों से रूबरू चर्चा की, जिनसे कभी संवाद नहीं होता था. इस संवाद के दौरान प्रमुख सचिव, सचिव, विशेष सचिव, संयुक्त सचिव जैसे दमदार अधिकारी तो थे ही, लेकिन उनके साथ मौजूद थे, अंडर सेक्रेटरी, सेक्शन आफिसर समेत हर स्तर के कर्मचारी. चीफ सेक्रेटरी आर पी मंडल ने सबसे रूबरू होते हुए कहा कि- आप देश के सबसे अच्छे मंत्रालय में काम कर रहे हैं. इसकी कीमत आप सबको समझनी होगी. यहां काम करने की कीमत आप उस वक्त समझेंगे, जब आप रिटायर हो जाएंगे. मंडल ने कहा कि आपसे मिलने जब प्रदेश के लोग यहां आते हैं, तो उन्हें भीतर आने के लिए फोन करवाना पड़ता है, क्योंकि उन्हें अंदर आने की अनुमति नहीं होती.

मंडल ने सभी अधिकारी-कर्मचारियों को कार्यस्थल में बेहतर वातावरण बनाने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि आप सभी मेरे मित्र हैं, कर्मचारी नहीं है. आप सभी अपने व्यवहार में बदलाव लाएं, किसी बात को मना भी करना है, तो विनम्रता से करें. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य की बेहतर छवि के निर्धारण का दायित्व मंत्रालयीन कर्मियों का भी है. अतः वे सभी अपने शासकीय कार्यों के माध्यम से आम जनता तक यह संदेश पहुंचाएं की छत्तीसगढ़ की सरकार, संवेदनशील सरकार है. 

चीफ सेक्रेटरी ने कहा कि मंत्रालय में विभिन्न क्षेत्रों से अपनी मांगों, समस्याओं को लेकर आने वाले जनप्रतिनिधियों-आम जनता को यह  संतुष्टि होनी चाहिए की उनकी बात पूरी गंभीरता से सुनी गई. उनके समस्याओं का निराकरण किया जा रहा है. आवेदकों को यह स्पष्ट जानकारी दी जाए कि उनके आवेदन पर किनके द्वारा कार्रवाई की जाएगी. एक ही काम लेकर उन्हें बार-बार मंत्रालय न आना पड़े. यह सुनिश्चित किया जाए. मंडल ने कहा कि कार्यालय में अनुशासन बनाए रखना भी श्रेष्ठ कर्मियों की पहचान है. अतः कार्यालय के निर्धारित समय का पालन करना सुनिश्चित करें.