पुरुषोत्तम पात्र, गरियाबंद। देवभोग में जनगणना के दौरान बंगाल में पाया जाने वाला पक्षी मिला है, जिसका नाम ‘बंगाल बूसलार्क’ है. ये पक्षी बंगाल में बहुतायत में पाए जाते हैं, लेकिन गरियाबंद के देवभोग इलाके में पहली बार ये देखने को मिले हैं. वन विभाग और बर्ड काउंट ऑफ सेंट्रल इंडिया के संयुक्त तत्वावधान में देवभोग में पक्षियों की 4 दिनों तक गणना चली. इस दौरान ‘बंगाल बूसलार्क’ का पता चला.
बता दें कि गणना के दौरान इलाके में 110 प्रजाति के पक्षी पाए गए हैं. ऋषिझरन, धूपकोट, साहसकोट और उदंती अभयारण्य के बफर जोन में बड़ी संख्या में ‘बंगाल बूसलार्क’ मिले हैं.
बर्ड काउंट ऑफ सेंट्रल इंडिया के प्रोजेक्ट एसोसिएट रवि नायडू ने देवभोग महाविद्यालय के प्राणी शास्त्र के छात्रों के लिए सेमिनार का आयोजन किया. इस सेमिनार में पक्षियों से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां उन्हें दी गईं.
वहीं देवभोग महाविद्यालय में प्राणी शास्त्र के विभागाध्यक्ष हितनारायण टंडन ने अगले सत्र से कॉलेज में पक्षी विज्ञान पर एक वर्षीय पाठ्यक्रम शुरू करने की घोषणा की है. पक्षियों की सुरक्षा को लेकर लोगों को जागरुक करने के लिए ग्रामीणों और छात्रों ने एक रैली का आयोजन भी किया.