रायपुर. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे रायपुर रेल मंडल ने महिला यात्रियों के लिए आरक्षित कोच को बीच में पिंक कलर कर दिया है,जिसकी शुरुआत 28 जुलाई 2018 को अमरकंटक एक्सप्रेस द्वारा की गई है. रेलवे के अधिकारियों के अनुसार शीघ्र ही अन्य गाड़ियों में भी यह सुविधा दी जाएगी.

रेलवे द्वारा महिला कर्मचारियों एवं महिला यात्रियों की सुरक्षा एवं सुविधा को ध्यान में रखते हुये अनेक महत्वपूर्ण कदम उठाये गये है. इसके लिये एक ओर महिला यात्रियों की सुरक्षा एवं सुविधा के मददे नजर हर विभाग द्वारा एक हेल्प लाइन के जरिये एवं सीसीटीवी कैमरा के जरिये नजर रखी जा रही है. वहीं महिला कर्मचारियों को भी बेहतर कार्य स्थल एवं कार्य स्थल पर बेहतर वातावरण का निर्माण किया जा रहा है,ताकि महिला यात्री एवं कर्मचारी निर्भय होकर सफर कर सकें और बेहतर तरीके से काम कर सकें.

 

 अनेक कदम उठाये गये हैं जैसे….

महिला यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखमे हुये तेजस्विनी ग्रुप तैयार किया गया है, जिसका नेतृत्वं एक महिला सब इस्पेक्टर कर रही हैं. इसमें 4 अन्य स्टाफ भी सम्मिलिति हैं. इसी उददेश्य से 300 से अधिक सदस्यों की एक वाटसअप ग्रुप (तेजस्विनी मंडल स्तर पर बनाई गयी है। जो महिला यात्रियो की शिकायताों एवं सुझावों पर विशेष नजर रखती है. इससे प्राप्त शिकायतों में अधिकांश शिकायत महिला कोच मे पुरूष यात्रियों का प्रवेश करना होता है. इस पर कार्रवाई करते हुये महिला कोच में अब तक लगभग 2972 पुरूष यात्रियों पर कार्रवाई की गयी है.
प्राप्त सुझावों के अनुसार स्काँर्टिंग के दौरान भी महिला सुरक्षा बल कर्मीयों की भी तैनाती की जा रही है.  अभी तक 60 महत्वपूर्ण गाडियों में मेल/एक्सप्रेस/ पैसेंजर गाडियों में रेल सुरक्षा बल द्वारा गश्त लगाई जा रही है तथा 20 गाडियों मे जीआरपी जवानों के द्वारा स्काउटिंग की जा रही है. सुरक्षा की दृष्टि से जुडे किसी भी बातों के लिए 182 हेल्प लाइन जारी की गयी है,जिसके द्वारा गाडियों में, स्टेशनों में, रेल परिसरों में, लाभ मिल रहा है. इसके साथ-साथ सीसीटीवी के माध्यम से लगातार 24ं घंटे निगरानी रखी जा रही है.

182 हेल्प लाइन के जरिये चलती गाड़ी से प्राप्त शिकायतों का निकटतम मंडल के कंट्रोल रूम के माध्यम से तुरंत कार्रवाई करते हुये शिकायताों का निराकरण किया जा रहा है. इसी प्रकार 16 महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशनों में सीसीटीवी कैमरों के माध्यमो से निगरानी रखी जा रही है.  इसके साथ ही महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुये ओर अनेक कदम उठाये जा रहे हैं. अधिकारियों ने बताया कि बहुत जल्दी ही महिला कोच को अलग रंग दिया जा रहा है ताकि एक नजर में पहचान की जा सके जिसमें बडे अक्षरों में सिर्फ महिला के लिए लिखा होगा.

इसके अलावा स्टेशनों पर किन्ही कारणों से स्टेशनों पर छुट गये नाबालिक बच्चों को रेल सुरक्षा कर्मियों द्वारा पुछताछ करने के बाद उनके अभिभावको से बात कर उनसे मिलाया जा रहा है. वहीं महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुये महिला कोच में महिला कर्मियों को तैनाती की जा रही है जैसे महिला सुरक्षाबल, महिला टीटी शामिल हैं.