प्रतीक चौहान. रायपुर. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में आरपीएफ में कितनी भर्राशाही है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यहां डीजी के आदेश को भी ठेंगा दिखा दिया जाता है. जिस अधिकारी के खिलाफ डीजी ने आईजी को कॉंफिडेंशल पत्र लिखकर कार्रवाई करने कहा, उनके साथ ही आईजी पिकनिक इंजॉय करते रहे.

लल्लूराम डॉट कॉम के पास डीजी आरपीएफ का वो कांफिडेंशल पत्र भी है, जिसमें एक शिकायत के बाद आईजी को कार्रवाई के निर्देश दिए. डीजी के इस कांफिडेंशल पत्र में शिकायत बिलासपुर रेल मंडल के सीनियर डीएससी ऋषि शुक्ला पर कार्रवाई करने के लिए की गई है.

वहीं इस पत्र में आईवीजी का भी जिक्र है. इससे संभवतः ये कयास लगाए जा रहे है कि शिकायत के फैक्टस जानने के लिए आईवीजी को जिम्मेदारी दी गई हो, क्योंकि आईवीजी सीधे तौर पर डीएससी के खिलाफ हुई शिकायत की जांच नहीं कर सकती.
लेकिन हैरानी की बात ये है कि इस पत्र की भनक पूरे जोन में किसी भी अधिकारी-कर्मचारी को नहीं है. क्योंकि ये आईजी को डीजी ने कॉंफिडेंशल पत्र जून 2022 में यानी करीब 3 महीने पहले ये पत्र आईजी के पास पहुंचा था.

अब इस मामले में कार्रवाई सिर्फ कागजों में की गई है या नहीं, ये स्पष्ट नहीं हुआ है. लेकिन आईजी जिस अधिकारी के परिवार के साथ मैनपाट पिकनिक गए थे वह बिलासपुर रेल मंडल के सीनियर डीएससी ऋषि शुक्ला ही है. हालांकि उनका ट्रांसफर अब इस रेल मंडल से हो चुका है. लेकिन वे भी बिलासपुर से रिलीव नहीं हुए है.

इस खबर की अगली कड़ी का खुलासा आज मंगलवार 6 सितंबर को ही 1-2 बजे के बीच लल्लूराम डॉट कॉम करेगा. जिसमें उक्त शिकायत के संबंध में कई चौंकाने वाले खुलासे होंगे, कि कैसे एक सब इंस्पेक्टर को आईजी के पूर्व ड्राइवर और सीनियर डीएससी बिलासपुर के करीबी बताए जाने वाले आरपीएफ स्टॉफ के साथ मिलकर ये खेल किया.

इस मामले में कार्रवाई के लिए दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के आरपीएफ आईजी का पक्ष रखने उन्हें आज सुबह 10:43 को फोन किया गया. लेकिन उन्होंने फोन का जवाब नहीं दिया.

लल्लूराम डॉट कॉम के पास मौजूद, आरपीएफ डीजी का वो कांफिडेंशल पत्र

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