रायपुर। छ्त्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनियों का संयुक्त मुख्यालय परिसर अत्याधुनिक और हरित भवन के मापदंडों के अनुरूप होगा। 1300 से अधिक कार्मिकों के लिए तैयार हो रहे इस मुख्यालय भवन को ऊर्जा दक्षता ब्यूरो ( बीईई) की पांच सितारा रेटिंग और ऊर्जा संरक्षण भवन संहिता (ईसीबीसी ) के मापदंडों के अनुरूप विकसित किया जाएगा। नवा रायपुर के सेक्टर 24 में निर्मित होने जा रहे भूतल समेत कुल 9 मंजिलों के इस मुख्यालय काम्पलेक्स में तीनों कंपनियों के लिए तीन टॉवर होंगे। मुख्यालय भवन को ग्रीन रेटिंग फॉर इंटीग्रेटेड हैबिटेट असेसमेंट ( गृहा) के निर्धारित पांच सितारा मानकों के अनुरूप तैयार किया जाएगा। गृहा के मानकों से निर्मित भवनों में पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने और टिकाऊ संसाधनों के उपयोग को बढ़ावा दिया जाता है।

मुख्यालय परिसर एकीकृत प्रणाली से प्रबंधित होगा, जिसे भवन प्रबंधन प्रणाली (बीएमएस) नियंत्रित कहा जाता है। इसके तहत नियंत्रण कक्ष स्थापित होगा और यह नियंत्रित विद्युत, एयर कंडीशनिंग ( एचवीएसी) जल आपूर्ति, अग्निशमन, अग्नि अलार्म, ऑडियो विजुअल, सीसीटीव्ही निगरानी से लैस होगी। मुख्यालय परिसर के विकास का काम छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर जनरेशन कंपनी को सौंपा गया है। मुख्यालय भवन का निर्माण 10 हजार वर्ग मीटर में होगा, जिस पर लगभग 217 करोड़ रुपए का व्यय होगा। भवन निर्माण का कार्य अगले 30 महीनों में पूरा कर लिया जाएगा।

परिसर में सौर ऊर्जा संयंत्रों की होगी स्थापना

प्रदेश को हरित ऊर्जा की दिशा में आगे ले जाने में अग्रणी भूमिका निभा रही स्टेट पॉवर कंपनियां अपने मुख्यालय को हरित भवन के मापदण्डों के अनुरूप तैयार कर रही है। नेट जीरो अवधारणा के साथ भवन में हरित ऊर्जा का ही उपयोग हो, इसके लिए प्रथम चरण में 55 प्रतिशत तथा दूसरे चरण में शत प्रतिशत ऊर्जा की आपूर्ति सौर ऊर्जा से होगी। भवन में लगभग 12 सौ किलोवॉट विद्युत के खपत का आंकलन है। परिसर में सौर ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना की जाएगी। इतना ही नहीं भवन में काँच युक्त बाह्य सतह पर बिल्डिंग इंटिग्रेटेड फोटो वोल्टायिक सिस्टम (बीआईपीव्ही) होगा, जो सूर्य की रोशनी नहीं होने पर भी भवन के ताप से भी विद्युत निर्माण कर सकेगा।

21वीं सदी के पहले नियोजित शहर में टीओडी मॉडल में विकास का खाका तैयार किया गया है। उसी अनुरूप पॉवर कंपनियों का मुख्यालय तैयार किया जा रहा है। यह परिसर सेंट्रल बिजनेस डिस्ट्रिक्ट रेलवे स्टेशन से महज 500 मीटर की दूरी पर स्थित है, जिससे यहां कार्य करने वाले कार्मिकों के साथ ही आगंतुकों को निजी वाहनों का न्यूनतम उपयोग करना पड़ेगा।

350 चारपहिया वाहन की पार्किंग व्यवस्था

इतने बड़े भवन में आने वाले अधिकारियों – कर्मचारियों समेत आगंतुकों के वाहनों की पार्किंग सुव्यवस्थित करने के लिए दो मंजिला बेसमेंट पार्किंग निर्धारित की गई है, जिसमें 350 चारपहिया वाहन की पार्किंग व्यवस्था होगी। पार्किंग क्षेत्र में स्टैक पार्किंग के साथ ईवी चार्जिंग की व्यवस्था होगी। परिसर में दिव्यांगजन की सुगमता का ध्यान रखते हुए उनके आवागमन समेत अन्य आवश्यकताओं के अनुरूप भवन में व्यवस्थाएं होंगी।