चंडीगढ़। भगवंत मान सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. पंजाब में 184 के करीब पूर्व मंत्रियों और पूर्व विधायकों की सुरक्षा वापस लेने के आदेश जारी कर दिए गए हैं. इन VIP की सुरक्षा में 300 से ज्यादा कर्मचारी तैनात थे. ये आदेश एडीजीपी ने सभी पुलिस प्रमुखों को भेजे हैं. गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद दूसरी बार सुरक्षा कर्मचारियों को वापस लेने की सूची जारी की गई है. इस बार जिन लोगों की सुरक्षा वापस ली गई है, उनमें दर्जनभर से ज्यादा पूर्व मंत्री और पूर्व संसद सदस्य सदस्य शामिल हैं. 20 अप्रैल का पत्र पुलिस आयुक्तों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को भेजा गया था. इन आदेशों के बाद आम आदमी पार्टी के पूर्व प्रदेश संयोजक सुच्चा सिंह छोटपुर, पूर्व सांसद राजीव शुक्ला, पूर्व सांसद संतोष चौधरी, पूर्व सांसद वरिंदर सिंह बाजवा, पूर्व कैबिनेट मंत्री सुरजीत सिंह रखड़ा, जनमेजा सिंह सेखो, बीबी जगीर कौर, मदन मोहन मित्तल, गुलजार सिंह राणिके, सोहन सिंह ठंडल, तोता सिंह की सुरक्षा वापस ले ली गई है. पूर्व मुख्यमंत्रियों और अन्य मंत्रियों के परिवार की सुरक्षा भी वापस ले ली गई है.

”ड्रोन के बारे में बताओ, एक लाख इनाम पाओ”, BSF पंजाब नशा और हथियारों की तस्करी पर शिकंजा कसने को लेकर प्रतिबद्ध, मोबाइल नंबर भी किया जारी

पूर्व सीएम चन्नी की परिवार की सुरक्षा में तैनात कर्मचारियों को भी बुलाया गया वापस

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की परिवार की सुरक्षा में तैनात कर्मचारियों, पूर्व आइपीएस अधिकारियों की सुरक्षा में तैनात कर्मचारियों को भी वापस बुला लिया गया है. इसके अलावा कई पूर्व चेयरमैनों की सुरक्षा में तैनात सिक्योरिटी को भी वापस ले लिया गया है. एडीजीपी सुरक्षा की ओर से इस संबंधी आदेशों की प्रतियां स्पेशल डीजीपी स्टेट आर्म्ड पुलिस, कमांडेट जनरल पंजाब होम गार्ड एडं डायरेक्ट सिविल डिफेंस पंजाब, एडीजीपी एसपीयू, एसओजी, सीडीओ, सभी रेंज के आइजीपी को भेजी गई है.

पंजाब के पूर्व सीएम चरणजीत चन्नी के भांजे भूपिंदर हनी की न्यायिक हिरासत 4 मई तक बढ़ी, जमानत याचिका पर सुनवाई 27 अप्रैल को

मार्च में भी कई नेताओं की सिक्योरिटीज ली गई थी वापस

बीते मार्च माह में भी 400 से ज्यादा अलग-अलग बटालियनों व कमांडो फोर्सेस के कर्मचारी जो वीआईपी की सुरक्षा में लगे थे, उन्हें वापस लिया गया था. सबसे ज्यादा सिक्योरिटी पंजाब की पूर्व सरकार में मंत्री रहे अमरिंदर सिंह राजा वडिंग और वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल से वापस ली गई थी. मनप्रीत बादल को सुरक्षा दे रहे 19, अमरिंदर सिंह राजा वडिंग से 21, परगट सिंह से 17, अरुणा चौधरी, राणा गुरजीत सिंह से 14-14 कर्मचारी वापस लिए गए थे. राजकुमार वेरका से 11, भारत भूषण आशू से 16, ब्रहम मोहिंद्रा से 14, संगत सिंह गिलजिया से 15, रणदीप सिंह नाभा से 15, अजैब सिंह भट्टी से 2, राणा केपी सिंह से 13, राजिया सुल्ताना से 4, गुरप्रीत सिंह कांगड से 6, तृप्त राजिंदर बाजवा से 14, सुखविंदर सिंह सकारिया से 14, बिंदरमीत सिंह से 3, सुखपाल सिंह भुल्लर से 4, कुलजीत सिंह नागरा से 2, कुशलदीप सिंह किकी ढिल्लों से 4, हरप्रताप सिंह अजनाला से 4 सुरक्षा कर्मचारी वापस लिए गए थे.

पंजाब में बढ़ते कोरोना केसेज पर भगवंत मान सरकार सख्त, सभी पब्लिक जगहों पर मास्क पहनने के निर्देश